मुर्शिदाबाद में वक्फ हिंसा से मचा सियासी भूचाल, BJP बोली- ममता दें इस्तीफा

0
Waqf Act

कोलकाता/मुर्शिदाबाद: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद ज़िले में वक्फ अधिनियम को लेकर बढ़ते विरोध और हिंसा के बीच राजनीतिक तापमान तेज़ी से चढ़ता जा रहा है। एक ओर भाजपा (BJP) ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस्तीफे की मांग करते हुए टीएमसी सरकार को कानून व्यवस्था में विफल बताया है, वहीं तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने इस पूरे घटनाक्रम को सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की साजिश करार दिया है।

वक्फ एक्ट को लेकर क्या है विवाद?

बंगाल सरकार ने हाल ही में वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन को लेकर कुछ संशोधन लागू किए हैं, जिनमें कथित तौर पर मुस्लिम समुदाय के कुछ धार्मिक संगठनों को अतिरिक्त अधिकार देने की बात कही जा रही है। इसके खिलाफ मुर्शिदाबाद, मालदा और बीरभूम जैसे जिलों में विरोध प्रदर्शन शुरू हुए, जो अब उग्र हो चले हैं।

बीते कुछ दिनों में मुर्शिदाबाद में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पें हुईं, जिसमें कई वाहन जलाए गए और सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचा। हिंसा की खबरें आने के बाद राज्य प्रशासन ने कुछ इलाकों में धारा 144 लागू कर दी है।

भाजपा ने साधा निशाना

पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ममता बनर्जी से इस्तीफे की मांग की। उन्होंने कहा,

“राज्य सरकार ने वक्फ एक्ट के नाम पर मुस्लिम तुष्टीकरण की सारी हदें पार कर दी हैं। अब जनता सड़कों पर है और ममता सरकार लोगों की आवाज को दबाने के लिए पुलिस का दुरुपयोग कर रही है।”

भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने भी ट्वीट कर कहा,

“बंगाल में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं बची है। वक्फ एक्ट के नाम पर आम लोगों की संपत्तियों पर जबरन कब्जा करने की कोशिश की जा रही है।”

तृणमूल कांग्रेस का पलटवार

टीएमसी नेता और मंत्री फिरहाद हाकिम ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा,

“यह सब भाजपा की एक सोची-समझी साजिश है। वे बंगाल में सांप्रदायिक तनाव फैलाकर चुनावी फायदा उठाना चाहते हैं। वक्फ एक्ट नया नहीं है, यह पहले से लागू है। जो लोग हिंसा फैला रहे हैं, वे बाहरी हैं और उन्हें राजनीतिक समर्थन मिल रहा है।”

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी एक कार्यक्रम में कहा,

“कुछ ताकतें बंगाल की एकता को तोड़ना चाहती हैं। हम ऐसा नहीं होने देंगे। सभी समुदायों को साथ लेकर चलना ही हमारी पहचान है।”

राज्यपाल की चुप्पी पर सवाल

भाजपा ने इस मुद्दे पर राज्यपाल डॉ. सी. वी. आनंद बोस की चुप्पी पर भी सवाल उठाए हैं। विपक्ष का कहना है कि जब राज्य में हिंसा हो रही है, तो राज्यपाल की प्रतिक्रिया आनी चाहिए थी। हालांकि, राज्यपाल कार्यालय की ओर से अब तक कोई बयान जारी नहीं किया गया है।

सोशल मीडिया पर #WaqfActProtest ट्रेंड

इस विवाद ने सोशल मीडिया पर भी हलचल मचा दी है। ट्विटर (अब X) पर #WaqfActProtest और #MurshidabadViolence जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। यूज़र्स सरकार की नीतियों पर सवाल उठा रहे हैं, तो कुछ इसे भाजपा की साजिश बता रहे हैं।

वक्फ अधिनियम को लेकर बंगाल की सियासत में तूफान मचा है। एक ओर भाजपा इस मुद्दे को जनभावनाओं से जोड़कर सरकार पर हमला बोल रही है, वहीं टीएमसी इसे विपक्ष की साजिश करार दे रही है। आने वाले दिनों में इस विवाद का असर बंगाल की राजनीति और जनता के बीच स्पष्ट रूप से दिखाई दे सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *