दिल्ली: पुल मिठाई पर 30 साल पुराना अतिक्रमण हटाया गया, व्यापारियों ने पार्किंग की मांग की

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दिल्ली में पुल मिठाई पर बड़ी कार्रवाई, 45 झुग्गियां हटाई गईं।

दिल्ली में पुल मिठाई पर बड़ी कार्रवाई, 45 झुग्गियां हटाई गईं।

नई दिल्ली। पुरानी दिल्ली के व्यस्ततम क्षेत्रों में से एक पुल मिठाई पर वर्षों से जमा अतिक्रमण को आखिरकार हटाया गया है। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने लाहौरी गेट थाना पुलिस के सहयोग से एक बड़े अभियान में करीब एक किलोमीटर लंबे क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त कराया। इस कार्रवाई से तीस हजारी कोर्ट, बर्फखाना चौक, कश्मीरी गेट, चांदनी चौक, आजाद मार्केट और सदर बाजार की ओर आने-जाने वाले राहगीरों और वाहनों को अब काफी राहत मिलेगी।

30 साल पुरानी झुग्गियों को हटाया गया

एमसीडी द्वारा चलाए गए इस विशेष अभियान में 45 से अधिक झुग्गियों को हटाया गया और चार ट्रक सामान जब्त किया गया। यह झुग्गियां पिछले करीब 30 वर्षों से पुल मिठाई के नीचे जमी थीं। यहां न केवल लोग रह रहे थे बल्कि सूखे मेवे, मसाले और अनाज जैसे उत्पादों की खराब गुणवत्ता और नकली सामान की बिक्री भी हो रही थी।

दिल्ली में पुल मिठाई पर बड़ी कार्रवाई, 45 झुग्गियां हटाई गईं।
स्थानीय दुकानदारों और व्यापारियों का कहना है कि यह क्षेत्र अपराध गतिविधियों जैसे जेबतराशी, अवैध शराब की बिक्री और प्रतिबंधित वस्तुओं के व्यापार का गढ़ बनता जा रहा था।

पुलिस ने संभाला मोर्चा, हल्का विरोध भी हुआ

इस कार्रवाई में लाहौरी गेट थाने की महिला और पुरुष पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाया गया। कार्रवाई के दौरान कुछ झुग्गीवासियों ने विरोध प्रदर्शन भी किया, लेकिन पुलिस ने स्थिति को शांतिपूर्वक नियंत्रित कर लिया।

दुकानदारों ने की पार्किंग की मांग

स्थानीय व्यापारियों ने एमसीडी से मांग की है कि अतिक्रमण हटाए गए इस क्षेत्र को सरफेस पार्किंग के रूप में विकसित किया जाए। फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के महासचिव राजेंद्र शर्मा ने कहा,

“यह स्थान इतना बड़ा है कि यहां 500 से अधिक वाहनों की पार्किंग की जा सकती है। इससे न केवल इलाके में जाम से राहत मिलेगी, बल्कि नगर निगम को भी हर साल लाखों रुपये की आय हो सकती है।”

एमसीडी का बयान

एमसीडी की सिटी-एसपी जोन की उपायुक्त वंदना राव ने कहा,

“यह कार्रवाई अतिक्रमण विरोधी अभियान के तहत की गई है। आगे भी इस तरह की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी ताकि फुटपाथ और सड़कों को फिर से अतिक्रमण से मुक्त रखा जा सके।”

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