पहले ही दिन ब्लॉकबस्टर बनी रजनीकांत की ‘कूली’, वॉर 2 पर भारी! जानिए 7 वजहें जो फिल्म को बनाती हैं खास

0
पहले ही दिन ब्लॉकबस्टर बनी रजनीकांत की 'कूली'

एक ओर जहां ऋतिक रोशन और Jr. NTR की हाई-प्रोफाइल एक्शन फिल्म ‘वॉर 2’ सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई, वहीं दूसरी ओर रजनीकांत की फिल्म ‘कूली’ ने रिलीज़ के पहले दिन ही बॉक्स ऑफिस पर तूफान ला दिया। सोशल मीडिया से लेकर थिएटरों तक, हर तरफ रजनी फैंस की गूंज सुनाई दे रही है।

74 साल की उम्र में भी रजनीकांत ने यह साबित कर दिया है कि “एक बार जब वह स्क्रीन पर आते हैं, तो बाकी सब फीके लगते हैं।”

अगर आप भी तय नहीं कर पा रहे कि कौन सी फिल्म पहले देखी जाए, तो हम आपको बताते हैं 7 मजबूत कारण, जिनकी वजह से ‘कूली’ को हर दर्शक एक बार जरूर देखना चाह रहा है।

1. विंटेज रजनीकांत की ज़बरदस्त वापसी

फिल्म में रजनीकांत का किरदार देवा – एक गोल्ड स्मगलर के रूप में नजर आता है। उनका ट्रेडमार्क स्टाइल: सिगरेट फ्लिप, धांसू चाल और ‘बॉस’ एटिट्यूड हर सीन में दिखता है। भले ही पहले हाफ में उनकी ग्रैंड एंट्री न हो, लेकिन उनकी मौजूदगी हर फ्रेम में असरदार है।

2. नागार्जुन अक्किनेनी का खतरनाक विलेन अवतार

साइमन के रोल में नागार्जुन ने फिल्म को एक अलग ही लेवल पर पहुंचा दिया है। वो ऐसे विलेन हैं जो रजनीकांत को बराबरी की टक्कर देते हैं। उनकी स्क्रीन प्रेज़ेंस और एक्टिंग जबरदस्त है।

3. क्लाइमेक्स का सरप्राइज – आमिर खान की एंट्री

फिल्म के आखिरी 20 मिनट में एक तगड़ा ट्विस्ट आता है — आमिर खान का सरप्राइज कैमियो। न सिर्फ एक्शन, बल्कि इमोशनल पंच और यूनिवर्स कनेक्शन का हिंट भी देता है ये क्लाइमेक्स।

4. सौबिन शाहिर का सायको किरदार

‘दयाल’ के रोल में सौबिन शाहिर का डार्क शेड दर्शकों की रूह तक पहुंचता है। उनका किरदार ऐसा है जिसे देखकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। यह एक साइड विलेन नहीं, बल्कि कहानी में गहराई जोड़ने वाला रोल है।

5. श्रुति हासन का ग्लैमर और ट्विस्ट

प्रीति के किरदार में श्रुति हासन सिर्फ ग्लैमर नहीं लातीं, बल्कि प्लॉट में अहम मोड़ भी देती हैं। उनकी परफॉर्मेंस सधी हुई है और स्क्रीन पर उनकी मौजूदगी दर्शकों को बांधे रखती है।

6. दमदार कहानी और स्क्रीनप्ले

‘कूली’ सिर्फ स्टाइल और एक्शन नहीं है — इसमें एक मज़बूत कहानी और कसावट भरा स्क्रीनप्ले है। कई लेयर वाले किरदार और ट्विस्ट फिल्म को कहीं भी धीमा नहीं होने देते।

7. लोकेश कनगराज का डायरेक्शन मास्टरस्ट्रोक

लोकेश ने रजनीकांत के पुराने चार्म को नए ज़माने के स्टाइल में पेश किया है। एक्शन, इमोशन, स्टाइल, स्टारडम और सिनेमैटिक विज़न का बेहतरीन तालमेल है। ‘कूली’ उनकी अब तक की सबसे संतुलित और पावरफुल फिल्मों में से एक मानी जा रही है।

‘कूली’ बनाम ‘वॉर 2’: कौन भारी?

जहां ‘वॉर 2’ को तकनीकी रूप से बेहतरीन और ग्लोबल स्केल की फिल्म कहा जा रहा है, वहीं ‘कूली’ को दर्शकों से ज्यादा भावनात्मक जुड़ाव और उत्साह मिल रहा है। Vijayawada, Chennai और Hyderabad जैसे शहरों में सुबह 6 बजे के शोज हाउसफुल रहे। फैंस ने थिएटरों के बाहर डांस, पटाखे और पोस्टर्स के साथ उत्सव मनाया।

‘कूली’ एक फैन फिल्म नहीं है – ये एक कमबैक स्टेटमेंट है। रजनीकांत ने अपने अभिनय, स्टाइल और स्क्रीन कमांड से दिखा दिया है कि उम्र सिर्फ एक नंबर है।

अगर आप एक्शन, ड्रामा, स्टार पावर और एक मसालेदार सिनेमैटिक अनुभव चाहते हैं, तो ‘कूली’ आपकी वीकेंड वॉच लिस्ट में सबसे ऊपर होनी चाहिए।

क्या आपने ‘कूली’ देखी? या फिर ‘वॉर 2’ को चुना? कमेंट में बताइए किस फिल्म ने आपको ज्यादा इंप्रेस किया!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *