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विश्व क्षुद्रग्रह दिवस 2025: तुंगुस्का घटना की स्मृति और पृथ्वी की सुरक्षा का संदेश

30 जून: तुंगुस्का विस्फोट की स्मृति में विश्व क्षुद्रग्रह दिवस, जानिए इसका महत्व

image credit : unsplash 30 जून: तुंगुस्का विस्फोट की स्मृति में विश्व क्षुद्रग्रह दिवस, जानिए इसका महत्व

विश्व क्षुद्रग्रह दिवस : विश्व क्षुद्रग्रह दिवस, प्रतिवर्ष 30 जून को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य क्षुद्रग्रहों से जुड़े संभावित खतरों के बारे में जन जागरूकता बढ़ाना और इस विषय पर वैश्विक सहयोग को प्रोत्साहित करना है। यह दिन 1908 में रूस में हुई तुंगुस्का घटना की स्मृति में मनाया जाता है और इसे संयुक्त राष्ट्र द्वारा आधिकारिक रूप से मान्यता प्राप्त है। यह दिन हमें सौरमंडल की अनजानी शक्तियों के प्रति सजग रहने और विज्ञान की सहायता से पृथ्वी की रक्षा के प्रयासों को और अधिक मजबूत करने की प्रेरणा देता है। इसका उद्देश्य क्षुद्रग्रहों के प्रभाव के खतरे के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।

विश्व क्षुद्रग्रह दिवस के बारे में

क्षुद्रग्रह क्या है

क्षुद्रग्रह दिवस का महत्व

ग्रह रक्षा के लिए वैश्विक सहयोग

इस दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वेबिनार, वैज्ञानिक व्याख्यान, सोशल मीडिया अभियान और शोध गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं। इसका उद्देश्य यह समझना है कि यदि भविष्य में कोई क्षुद्रग्रह पृथ्वी की ओर बढ़ रहा हो, तो उससे निपटने के लिए हमारी तैयारी कैसी होनी चाहिए।

विश्व क्षुद्रग्रह दिवस एक वैश्विक आंदोलन बन गया है, जिसमें क्षुद्रग्रह अनुसंधान और ग्रह रक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए दुनिया भर में कार्यक्रम और गतिविधियाँ आयोजित की जाती है। यह दिन अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रयासों को भी उजागर करता है।

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