सावन में घेवर क्यों बनाए जाते हैं? जानिए इसके पीछे की परंपरा और स्वाद का रहस्य! 

7th  August 2025

lifeofindian

घेवर केवल एक मिठाई नहीं, बल्कि सावन का स्वाद और परंपरा है। जानिए क्यों रक्षाबंधन और तीज जैसे त्योहारों पर घेवर बनाना शुभ माना जाता है।

lifeofindian

सावन और घेवर – एक खास रिश्ता! घेवर क्यों बनाए जाते हैं सावन में?

lifeofindian

सावन का स्वाद बिना घेवर अधूरा है! जानिए क्यों बनता है घेवर इस मौसम में और क्या है इसका त्योहारों से रिश्ता  

lifeofindian

मानसून का मौसम ठंडा और नम होता है। घेवर जैसे कुरकुरे और मीठे पकवान इस मौसम में स्वाद बढ़ा देते हैं। 

lifeofindian

मौसम और स्वाद का मेल 

तीज और रक्षाबंधन जैसे पर्व सावन में आते हैं। घेवर इन त्योहारों का खास हिस्सा है – बहनों को दिए जाने वाले "सिंधारा" में घेवर ज़रूर शामिल होता है। 

lifeofindian

पारंपरिक महत्व 

घेवर को देवी पार्वती और भगवान शिव को भोग लगाने की परंपरा भी है। इसलिए इसे शुभ और पवित्र माना जाता है। 

lifeofindian

धार्मिक महत्व 

घेवर मूल रूप से राजस्थान की मिठाई है। सावन में जयपुर, अजमेर और पूरे राजस्थान में घेवर की धूम रहती है। 

lifeofindian

राजस्थान की देन 

सावन में मायके से बेटियों के लिए भेजे जाते हैं घेवर। यह एक प्रेम और अपनत्व का प्रतीक बन चुका है। 

lifeofindian

सामाजिक भावना 

इस सावन में आप भी घेवर जरूर बनाएं या घर लाएं। ये सिर्फ मिठाई नहीं, परंपरा, प्यार और स्वाद का संगम है! 

lifeofindian