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प्रादेशिक सेना: नौकरी भी, देशभक्ति भी! जानिए भर्ती प्रक्रिया और फायदें

प्रादेशिक सेना: भारत की अंशकालिक सैन्य इकाई, जो नागरिकों को रक्षा में भाग लेने का अवसर देती है

प्रादेशिक सेना: भारत की अंशकालिक सैन्य इकाई, जो नागरिकों को रक्षा में भाग लेने का अवसर देती है

प्रादेशिक सेना (Territorial Army): एक परिचय

प्रादेशिक सेना (Territorial Army – TA) भारत की एक स्वैच्छिक, अंशकालिक सैन्य इकाई है, जो नागरिकों को सैन्य सेवा से जोड़ती है। यह बल नियमित सेना की सहायता के लिए कार्य करता है, विशेषकर आपातकालीन परिस्थितियों में।

इतिहास और स्थापना

प्रादेशिक सेना की स्थापना का उद्देश्य था नागरिकों को सैन्य प्रशिक्षण देकर उन्हें आपातकालीन स्थितियों में देश की सेवा के लिए तैयार करना।

मुख्य उद्देश्य

  1. नियमित सेना को स्थैतिक कर्तव्यों से मुक्त करना।

  2. प्राकृतिक आपदाओं और आंतरिक संकटों के दौरान नागरिक प्रशासन की सहायता करना।

  3. आवश्यकतानुसार नियमित सेना के लिए अतिरिक्त इकाइयाँ प्रदान करना।

संरचना और इकाइयाँ

प्रादेशिक सेना में विभिन्न प्रकार की इकाइयाँ शामिल हैं:

भर्ती और प्रशिक्षण

वर्तमान में चर्चा का कारण

हाल ही में, केंद्र सरकार ने भारतीय सेना प्रमुख को प्रादेशिक सेना के सभी अधिकारियों और जवानों को आवश्यकतानुसार तैनात करने की शक्तियाँ प्रदान की हैं। यह निर्णय भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और “ऑपरेशन सिंदूर” के संदर्भ में लिया गया है, जिसमें भारत ने आतंकवाद के खिलाफ सटीक सैन्य कार्रवाइयाँ की हैं।

प्रादेशिक सेना भारत की सुरक्षा व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो नागरिकों को सैन्य सेवा से जोड़कर राष्ट्रीय सुरक्षा में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करती है। वर्तमान में, इसकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई है, जब देश को आंतरिक और बाहरी दोनों प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

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