टी. राजा सिंह का बीजेपी से इस्तीफा, तेलंगाना बीजेपी में मचा राजनीतिक भूचाल

0
बीजेपी से इस्तीफा देते हुए गोशामहल विधायक टी. राजा सिंह, नाराजगी का कारण बना नया प्रदेश अध्यक्ष

बीजेपी से इस्तीफा देते हुए गोशामहल विधायक टी. राजा सिंह, नाराजगी का कारण बना नया प्रदेश अध्यक्ष

तेलंगाना की राजनीति में बड़ा भूचाल आया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के फायरब्रांड नेता और गोशामहल से विधायक टी. राजा सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी नेतृत्व से लंबे समय से नाराज चल रहे राजा सिंह ने शुक्रवार को अपने इस्तीफे की घोषणा की। उन्होंने अपना इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष बंडी संजय कुमार को सौंपा और इसे “लाखों कार्यकर्ताओं की आवाज” बताया।

एन. रामचंद्र राव की नियुक्ति से नाराज

राजा सिंह की नाराजगी की मुख्य वजह एन. रामचंद्र राव को पार्टी का नया तेलंगाना प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया जाना है। उनका कहना है कि यह फैसला कार्यकर्ताओं और जमीनी नेताओं की भावनाओं के विपरीत है। उन्होंने अपने पत्र में आरोप लगाया कि “कुछ लोगों ने केंद्रीय नेतृत्व को गुमराह किया और यह निर्णय पार्टी हित के बजाय व्यक्तिगत स्वार्थ से प्रेरित होकर लिया गया है।”

‘यह इस्तीफा विचारधारा के खिलाफ नहीं’ – राजा सिंह

राजा सिंह ने अपने बयान में साफ किया कि वह हिंदुत्व विचारधारा के खिलाफ नहीं हैं और न ही बीजेपी के मूल सिद्धांतों से अलग हो रहे हैं। उन्होंने कहा,

“मेरा यह कदम विचारधारा के खिलाफ नहीं, बल्कि नेतृत्व के गलत फैसलों के विरोध में है। मैं हिंदू समाज के लिए पहले से कहीं अधिक मजबूती से खड़ा रहूंगा।”

बीजेपी सरकार बनने का मौका हाथ से निकलता दिख रहा: टी. राजा सिंह

गोशामहल विधायक का कहना है कि तेलंगाना में बीजेपी के पास सत्ता में आने का सुनहरा मौका था, लेकिन प्रदेश नेतृत्व की गलत रणनीतियों के कारण यह अवसर हाथ से जाता दिख रहा है। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और बीएल संतोष – से फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील भी की।

तेलंगाना बीजेपी में आंतरिक कलह गहराई

राजा सिंह के इस फैसले से यह स्पष्ट हो गया है कि तेलंगाना बीजेपी के अंदरूनी मतभेद गहराते जा रहे हैं। पहले ही पार्टी में गुटबाज़ी और असंतोष के स्वर उठ रहे थे, और अब राजा सिंह जैसे लोकप्रिय नेता का इस्तीफा बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।

क्या अब स्वतंत्र रूप से लड़ेंगे चुनाव?

राजा सिंह ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वे आगे किस राजनीतिक दल में शामिल होंगे या स्वतंत्र रूप से काम करेंगे, लेकिन सूत्रों की मानें तो वे आने वाले विधानसभा चुनाव में स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतर सकते हैं, या किसी हिंदुत्व समर्थक दल से गठजोड़ कर सकते हैं।

टी. राजा सिंह का इस्तीफा तेलंगाना की सियासत में नया मोड़ लाने वाला है। यह केवल एक नेता की नाराजगी नहीं, बल्कि बीजेपी के भीतर की उन चुनौतियों की ओर इशारा करता है, जिनसे पार्टी को 2024 और उसके बाद के विधानसभा चुनावों में दो-चार होना पड़ सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *