सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर कमल कौर भाभी की हत्या: बठिंडा पुलिस ने दो आरोपी किए गिरफ्तार, मास्टरमाइंड अब भी फरार

बठिंडा में कार से मिली सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर कंचन कुमारी उर्फ कमल कौर भाभी की जली हुई लाश, पुलिस जांच में जुटी।
बठिंडा : सोशल मीडिया पर ‘कमल कौर भाभी’ के नाम से मशहूर इन्फ्लुएंसर कंचन कुमारी की हत्या के मामले में बठिंडा पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, इस हत्या का मास्टरमाइंड अमृतपाल सिंह अब भी फरार है। आरोपियों ने कबूल किया है कि उन्होंने कंचन को गला घोंटकर मौत के घाट उतारा क्योंकि वे उसके वीडियो कंटेंट से नाराज़ थे।
11 जून को कार से मिली जली हुई लाश
11 जून 2025 को पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि भुच्चों मंडी स्थित आदेश अस्पताल की पार्किंग में खड़ी एक गाड़ी से बदबू आ रही है। मौके पर पहुंची पुलिस को कार (ईओएन PB-10-FW-9179) की पिछली सीट पर 30-35 वर्षीय महिला की जली हुई लाश मिली। फोरेंसिक टीम को बुलाकर कार की जांच की गई और शव को पहचान के लिए सिविल अस्पताल बठिंडा भेजा गया।
माँ ने शव की पहचान की
12 जून को गिरजा देवी, निवासी लुधियाना, ने शव की पहचान अपनी बेटी कंचन कुमारी के रूप में की। उन्होंने बताया कि कंचन सोशल मीडिया पर “कमल कौर भाभी” के नाम से वीडियो और रील्स बनाती थी। वह अक्सर शूटिंग के लिए घर से बाहर जाती रहती थी।
अमृतपाल के कहने पर की हत्या
मृतका की माँ के अनुसार, 8 जून को एक युवक अमृतपाल सिंह कंचन से मिलने घर आया था और बठिंडा चलने की बात कही थी, पर कंचन ने मना कर दिया। अगले दिन यानी 9 जून को कंचन खुद बठिंडा के लिए रवाना हुई लेकिन वापस नहीं लौटी।
जांच में सामने आया कि आरोपी जसप्रीत सिंह (मोगा) और निमरतजीत सिंह (तरनतारन) ने कंचन को स्कॉर्पियो कार में बठिंडा लाकर, उसकी कार को रिपेयरिंग के बहाने गैराज में खड़ा किया और रात करीब 1 बजे उसे सुनसान जगह पर ले जाकर गला घोंटकर हत्या कर दी।
कार में शव छोड़कर हुए फरार
हत्या के बाद उन्होंने शव को मृतका की ही कार में रखकर आदेश अस्पताल की पार्किंग में खड़ा किया और मौके से फरार हो गए। पुलिस ने आरोपियों को पकड़कर हिरासत में ले लिया है और अदालत में पेश किया जाएगा। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि यह हत्या अमृतपाल के इशारे पर की गई थी।
‘गलत कंटेंट’ का बहाना बना हत्या को ठहराया जायज
आरोपियों ने बताया कि वे कंचन द्वारा सोशल मीडिया पर किए जा रहे “ग़लत कंटेंट” से नाराज़ थे। उनका कहना था कि कंचन ने अपना नाम बदलकर युवाओं को “गुमराह” करना शुरू किया था और उन्हें यह बर्दाश्त नहीं था। उन्होंने दावा किया कि कई बार समझाने के बावजूद जब वह नहीं मानी, तो उन्होंने उसे मारने की साजिश रची।
रंगीन लाइफस्टाइल थी वजह?
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि कंचन एक लग्जरी लाइफस्टाइल जीती थी। वह अधिकतर वीडियो महंगे होटलों, सैलूनों और शोरूम्स में शूट करती थी और विवादित विषयों पर कंटेंट बनाकर इंस्टाग्राम पर पोस्ट करती थी।
सोशल मीडिया की दुनिया में नाम कमाने की चाहत और उस पर मिलने वाली प्रतिक्रियाएं किस हद तक खतरनाक हो सकती हैं, बठिंडा की यह घटना उसका भयावह उदाहरण है। पुलिस अब इस हत्याकांड के मास्टरमाइंड अमृतपाल की तलाश में जुटी है।