नई दिल्ली : हाल ही में स्वर्ण मंदिर को लेकर सुरक्षा को लेकर कई चर्चाएं और अफवाहें सामने आई हैं, जिनमें कुछ मीडिया और सामाजिक प्लेटफॉर्म्स पर यह भी कहा गया कि पाकिस्तान स्वर्ण मंदिर को टारगेट कर सकता है। इस बीच, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के चीफ सेक्रेटरी कुलवंत सिंह मनन ने इस बात से साफ इंकार किया है।
कुलवंत सिंह मनन ने कही अहम बातें
एसजीपीसी के प्रमुख अधिकारी कुलवंत सिंह मनन का कहना है कि वे पाकिस्तान की तरफ से स्वर्ण मंदिर पर किसी भी हमले की संभावना को बिल्कुल नकारते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत और पाकिस्तान दोनों की सेनाओं के राजनीतिक मकसद हो सकते हैं, लेकिन स्वर्ण मंदिर जैसे धार्मिक और ऐतिहासिक स्थान को टारगेट करना दोनों देशों के लिए स्वाभाविक नहीं होगा।
उनका कहना था,
“भारत की सेना हो या पाकिस्तान की, दोनों के राजनीतिक मकसद हो सकते हैं, लेकिन मेरा यकीन है कि दोनों में कोई भी स्वर्ण मंदिर पर हमला करने की बात नहीं कर सकता।”
क्यों है स्वर्ण मंदिर की सुरक्षा पर चर्चा?
हाल के दिनों में राजनीतिक तनाव और सीमा विवादों के चलते देश में कई धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। स्वर्ण मंदिर, जो सिख धर्म का सबसे पवित्र स्थान है, इसकी सुरक्षा को लेकर विशेष फोकस रखा जाता है।
पिछले कुछ सालों में अफवाहें और गलत जानकारियां फैलने की वजह से जनता में अनावश्यक डर और असमंजस की स्थिति भी पैदा हुई है। ऐसे में एसजीपीसी के चीफ सेक्रेटरी का यह बयान लोगों के लिए एक बड़ा राहत भरा कदम माना जा रहा है।
एसजीपीसी का सुरक्षा इंतजाम
एसजीपीसी लगातार स्वर्ण मंदिर परिसर की सुरक्षा को लेकर पंजाब सरकार और केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है। मंदिर के आस-पास और अंदर सुरक्षा कड़े इंतजाम किए गए हैं। साथ ही, आधुनिक तकनीक और कैमरा निगरानी की मदद से भी मंदिर की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाता है।
कुलवंत सिंह मनन ने बताया कि सुरक्षा एजेंसियां लगातार सुरक्षा उपायों की समीक्षा कर रही हैं और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
धार्मिक स्थलों की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता
देश के सभी धार्मिक स्थलों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि धार्मिक सौहार्द और शांति बनी रहे। इस संदर्भ में एसजीपीसी ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सुरक्षित तरीके से मंदिर में आस्था का पालन करें।
एसजीपीसी के चीफ सेक्रेटरी कुलवंत सिंह मनन का यह स्पष्ट बयान न केवल स्वर्ण मंदिर की सुरक्षा को लेकर जनता के मन से भय हटाता है, बल्कि यह भरोसा भी दिलाता है कि धार्मिक स्थलों को लेकर किसी भी प्रकार की गलत सूचना फैलाने से बचा जाना चाहिए।