NIPCCD का नाम बदला: अब सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय महिला एवं बाल विकास संस्थान

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एनआईपीसीसीडी का नाम बदलकर सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय महिला एवं बाल विकास संस्थान कर दिया गया

एनआईपीसीसीडी का नाम बदलकर सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय महिला एवं बाल विकास संस्थान कर दिया गया

भारत सरकार ने महिला शिक्षा और सामाजिक सुधार की प्रतीक सावित्रीबाई फुले को सम्मानित करते हुए, राष्ट्रीय जन सहयोग एवं बाल विकास संस्थान (NIPCCD) का नाम बदलकर सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय महिला एवं बाल विकास संस्थान कर दिया है। यह कदम महिला और बाल विकास पर केंद्रित नीति और प्रशिक्षण के विकेंद्रीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

संस्थान के बारे में

  • एनआईपीसीसीडी का पूरा नाम राष्ट्रीय जन सहयोग एवं बाल विकास संस्थान है, यह भारत सरकार के महिला और बाल विकास मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संस्था है। जिसका प्रमुख उद्देश्य एक स्वैच्छिक कार्रवाई अनुसंधान, प्रशिक्षण और महिला एवं बाल विकास के सम्रग डोमेन में प्रलेखन को बढ़ावा देने के लिए समर्पित संगठन है।
  • इसकी स्थापना 1966 में योजना आयोग के तहत हुई थी।
  • ये 1975 में ICDS के लिए शीर्ष प्रशिक्षण निकाय बन गया।
  • इस केंद्र का उद्देश्य प्रशिक्षण का विकेंद्रीकरण, जमीनी स्तर पर सेवा वितरण को बढ़ाना तथा पूर्वी क्षेत्र में प्रमुख योजनाओं का समर्थन करना है।
  • मुख्यालय: नई दिल्ली
  • विविध क्षेत्रीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए 5 क्षेत्रीय केंद्र (बैंगलोर, गुवाहाटी, लखनऊ, इंदौर, मोहाली) द्वारा संचालित करता है।

कार्य

  • महिला एवं बाल विकास में प्रशिक्षण,अनुसंधान, प्रलेखन और क्षमता निर्माण के लिए शीर्ष निकाय है।
  • इसका मुख्य कार्य महिला सशक्तिकरण, बाल विकास, और समाजिक कल्याण कार्यक्रमों पर अनुसंधान, प्रशिक्षण और नीति नियोजन है।
  • ऑनलाइन और शारीरिक प्रशिक्षण के माध्यम से प्रमुख योजनाओं के कार्यान्वयन का समर्थन करता है।
  • ये लक्षित चार राज्यों के 115 जिलों में लगभग 7 लाख से अधिक फ्रंटलाइन कर्मचारी कार्यरत है।
  • महिलाओं और बच्चों के कल्याण से संबंधित कार्यक्रमों के लिए वितरण तंत्र को बढ़ाता है।
  • नया केंद्र स्थानीय हस्तक्षेप, बेहतर संसाधन उपयोग और आसान पहुंच प्रदान करेगा।

इसके अतिरिक्त ये निम्नलिखित योजनाओं का समर्थन करेगा,

  1. मिशन शक्ति
  2. मिशन वात्सल्य
  3. मिशन सक्षम आंगनवाड़ी
  4. पोषण 2.0

नाम परिवर्तन का महत्व एवं प्रभाव

  • महिला शिक्षा और सामाजिक सुधार की अग्रणी सावित्रीबाई फुले को सम्मानित करता है।
  • नाम परिवर्तन महिला और बाल-केंद्रित विकास पर केंद्रित दृष्टिकोण को दर्शाता है तथा राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के अनुरूप है।
  • एक समावेशी और स्वस्थ भारत बनाने के लिए मंत्रालय के मिशन को मजबूत करता है।
  • भारत की पहली महिला शिक्षिका और महिला अधिकारों की योद्धा सावित्रीबाई फुले को सम्मानित करना।
  • संस्था की पहचान को इसके मूल मिशन और लाभार्थियों के साथ और  अधिक निकटता से जोड़ता है।
  • बेहतर नीति कार्यान्वयन के लिए प्रशिक्षण प्रयासों का विकेन्द्रीकरण और क्षेत्रीय क्षमता निर्माण को बढ़ाना।
  • इसके तहत अनुकूलित प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं किशोरों के लिए अनुसंधान और मानसिक स्वास्थ्य सहायता प्रदान करना।

एनआईपीसीसीडी महिला और बाल विकास मंत्रालय के तहत काम करता है साथ ही इसका लक्ष्य बच्चों और महिलाओं के समग्र विकास के लिए सरकारी नीतियों को लागू करने में मदद करना। इस संस्था के द्वारा लिंग- संवेदनशील विकास एवं जमीनी स्तर पर सशक्तिकरण, भाषा अधिग्रहण, सामाजिक संपर्क और बुनियादी शिक्षा जैसे कौशल को बढ़ावा देना है।

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