पटना। बिहार की राजनीति में बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के दिग्गज नेता और दानापुर से विधायक रीतलाल यादव ने सोमवार को दानापुर कोर्ट में सरेंडर कर दिया। सरेंडर के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल भेजा गया है। उनके खिलाफ एक बिल्डर से रंगदारी मांगने और धमकी देने का गंभीर आरोप लगा था।
क्या है मामला?
जानकारी के अनुसार, विधायक रीतलाल यादव पर आरोप है कि उन्होंने एक बिल्डर से रंगदारी मांगी और उसे जान से मारने की धमकी भी दी। इस मामले में उनके साथ उनके छोटे भाई और दो अन्य सहयोगियों ने भी कोर्ट में आत्मसमर्पण किया है। सभी ने ACJM-5 कोर्ट में सरेंडर किया।
वकील का दावा – “झूठा है केस”
विधायक रीतलाल यादव के वकील का कहना है कि यह मामला पूरी तरह से राजनीतिक साजिश है। बिल्डर ने उनके खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करवाया है। जैसे ही उन्हें पता चला कि पुलिस उनकी तलाश कर रही है, उन्होंने स्वेच्छा से कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। वकील ने यह भी कहा कि अभी जमानत याचिका दायर नहीं की गई है, लेकिन जल्द ही की जाएगी।
पुलिस की बड़ी कार्रवाई
- 11 अप्रैल को पुलिस ने इस मामले में पटना के 11 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान पुलिस ने:
- करीब 10.5 लाख रुपये नकद
- 77.5 लाख के खाली चेक
- भूमि कब्जे से जुड़े 14 फर्जी दस्तावेज
- 17 चेकबुक, 5 स्टांप पेपर
- 6 पेन ड्राइव और वॉकी-टॉकी बरामद किए थे।
रीतलाल यादव का राजनीतिक सफर
- कोथवा गांव, पटना जिले के रहने वाले हैं रीतलाल यादव
- दानापुर विधानसभा से वर्तमान में RJD विधायक हैं
- लालू प्रसाद यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं
- 2016 में जेल में रहते हुए बने थे MLC
- भाजपा नेता सत्यनारायण सिन्हा की हत्या में भी उन पर आरोप लगे थे
- रेलवे ठेकेदार की हत्या मामले में भी आ चुके हैं चर्चा में
राजनीतिक हलकों में हलचल
रीतलाल यादव का सरेंडर और जेल भेजा जाना बिहार की राजनीति में नई हलचल पैदा कर रहा है। विपक्षी दल इसे सत्ताधारी पार्टी की “साजिश” बता रहे हैं, वहीं कानून व्यवस्था के पक्षधर इसे “सख्त कार्रवाई” मान रहे हैं। आने वाले दिनों में यह मामला और भी तूल पकड़ सकता है।