रामबन में भारी तबाही: बादल फटा, तीन की मौत, स्कूल-कॉलेज बंद – प्रशासन ने जारी किया अलर्ट

"रामबन में बादल फटा – भारी तबाही"
रामबन, जम्मू-कश्मीर – जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में लगातार हो रही भारी बारिश और बादल फटने की घटना ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। खराब मौसम और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए डिप्टी कमिश्नर रामबन ने सभी स्कूल और कॉलेज 21 अप्रैल (सोमवार) को बंद रखने का आदेश दिया है।
डिप्टी कमिश्नर ने ट्वीट कर जानकारी दी,
“खराब मौसम और भारी वर्षा के चलते बाढ़ और भूस्खलन की आशंका है। ऐसे में एहतियात के तौर पर रामबन जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूल, कॉलेज व तकनीकी संस्थान सोमवार को बंद रहेंगे। सभी से अपील है कि घर में रहें और सुरक्षित रहें।”
Deputy Commissioner (DEO), Ramban tweets, "In view of inclement weather and heavy rain causing flash floods, all Govt and Private Schools, Colleges & Technical Education Institutions of district Ramban shall remain closed on 21.04.2025. Stay indoors, stay safe! pic.twitter.com/ha2ACn7Az0
— ANI (@ANI) April 20, 2025
तीन लोगों की मौत, दो सगे भाई भी शामिल
रविवार सुबह रामबन जिले के सेरी और वगन इलाकों में बादल फटने की सूचना मिली। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक तीन लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें दो सगे भाई भी शामिल हैं। मृतकों के परिवार में कोहराम मचा है और प्रशासन की ओर से राहत एवं बचाव कार्य जारी है।
जम्मू-श्रीनगर हाईवे बंद
लगातार हो रही मूसलधार बारिश और पहाड़ों से गिरते लाखों टन मलबे की वजह से जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-44) पूरी तरह से बंद हो गया है। दर्जनों जगहों पर भारी भूस्खलन और सड़क धंसने की वजह से मार्ग की हालत बेहद खराब है। अधिकारियों का कहना है कि “इस स्तर की क्षति को ठीक करने में कई दिन लग सकते हैं। जब तक मौसम साफ नहीं होता, हाईवे को खोलना असंभव है।”
मौसम विभाग की चेतावनी बनी खतरा
मौसम विभाग ने पहले ही 18 से 20 अप्रैल तक भारी बारिश, आंधी और भूस्खलन की चेतावनी जारी की थी। हालांकि चेतावनी की समयसीमा पूरी होने से पहले ही रामबन जिला भारी तबाही की चपेट में आ गया। रातभर हुई बारिश के बाद तड़के बादल फटने से आई बाढ़ ने सेरी और वगन गांवों में कई घरों को अपनी चपेट में ले लिया।
प्रशासन अलर्ट, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
जिला प्रशासन, एनडीआरएफ और पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई हैं। राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। स्थानीय लोगों से प्रशासन ने अपील की है कि वे ऊंचे और सुरक्षित स्थानों पर शरण लें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
रामबन जिले में आई प्राकृतिक आपदा ने एक बार फिर पहाड़ी इलाकों में मौसम की गंभीरता को उजागर किया है। प्रशासन द्वारा समय पर उठाया गया कदम (शिक्षण संस्थानों को बंद करना) सराहनीय है। आमजन से अपील है कि अफवाहों पर ध्यान न दें, और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें।