भारत की सख्त चेतावनी: पाकिस्तान खाली करे PoK, कश्मीर पर कोई मध्यस्थता नहीं

PoK खाली करे पाकिस्तान! भारत ने कश्मीर पर रखी दो टूक बात | कोई तीसरा पक्ष नहीं चलेगा
नई दिल्ली : भारत सरकार ने एक बार फिर पाकिस्तान और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को स्पष्ट संदेश देते हुए कहा है कि पूरा जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है, और पाकिस्तान अवैध रूप से कब्जाए गए क्षेत्र — पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) को तत्काल खाली करे। इसके साथ ही भारत ने कड़े शब्दों में यह भी कहा कि कश्मीर मुद्दे पर किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता या हस्तक्षेप स्वीकार नहीं किया जाएगा।
🔹 विदेश मंत्रालय की दो टूक:
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर झा ने सोमवार को प्रेस वार्ता में कहा:
“PoK भारत का अभिन्न हिस्सा है। पाकिस्तान को वहां से तुरंत अपना कब्जा हटाना चाहिए। भारत किसी भी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप को सिरे से खारिज करता है।”
यह बयान तब आया है जब कुछ अंतरराष्ट्रीय संगठन और देशों ने भारत-पाक संबंधों को लेकर मध्यस्थता की पेशकश की थी, जिसे भारत ने साफ तौर पर अस्वीकार कर दिया।
🔹 संविधान और संसद का समर्थन:
भारत ने यह भी दोहराया कि संसद ने 1994 में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया था, जिसमें यह स्पष्ट रूप से कहा गया था कि “PoK भारत का हिस्सा है और भारत उसे वापस पाने के लिए प्रतिबद्ध है।” यह बयान उसी संवैधानिक दृष्टिकोण को दोहराता है।
🔹 पाकिस्तान की बौखलाहट:
भारत के इस बयान के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने तीखी प्रतिक्रिया दी है, लेकिन भारतीय पक्ष ने उसे सिरे से खारिज करते हुए कहा कि “झूठा नैरेटिव और आतंक को समर्थन अब और नहीं चलेगा।”
🔹 चीन को भी इशारा?
भारत के इस बयान को CPEC (चीन-पाक आर्थिक गलियारा) पर भी एक अप्रत्यक्ष चेतावनी माना जा रहा है, क्योंकि यह प्रोजेक्ट PoK के ज़रिए ही गुजरता है, जिसे भारत अवैध मानता है।
भारत ने साफ कर दिया है कि कश्मीर कोई “विवादित” मुद्दा नहीं, बल्कि एक संवैधानिक और संप्रभु विषय है।
PoK पर भारत का दावा सिर्फ कागज़ी नहीं, बल्कि रणनीतिक और संवैधानिक स्तर पर मजबूत है — और अब दुनिया को यह समझना होगा कि भारत की अखंडता पर कोई समझौता नहीं होगा।