पाकिस्तानी आतंकी की अगुवाई में पहलगाम हमला, 6 आतंकवादी शामिल, ऑपरेशन जारी

पहलगाम में आतंकी हमले के बाद सुरक्षा बलों का सर्च ऑपरेशन, घात लगाए बैठे थे पाकिस्तानी आतंकी

पहलगाम में आतंकी हमले के बाद सुरक्षा बलों का सर्च ऑपरेशन, घात लगाए बैठे थे पाकिस्तानी आतंकी

नई दिल्ली/श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। खुफिया सूत्रों के अनुसार, इस हमले की साजिश पाकिस्तान से रची गई थी और इसे अंजाम देने के लिए कुल 6 आतंकवादियों को भेजा गया था। हमले की कमान एक पाकिस्तानी आतंकवादी के हाथ में थी, जो अपने साथ अत्याधुनिक हथियार और संचार उपकरण लेकर आया था।

ऑपरेशन जारी, कई इलाकों में छापेमारी

सुरक्षाबलों द्वारा कोकरनाग, पुलवामा और शोपियां सहित दक्षिण कश्मीर के विभिन्न इलाकों में सघन सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। माना जा रहा है कि सुरक्षाबल आतंकियों के बेहद करीब पहुंच चुके हैं और आने वाले कुछ घंटों में बड़ी सफलता मिलने की उम्मीद है।

विदेशी आतंकी की भूमिका स्पष्ट

जांच में सामने आया है कि हमले में शामिल कम से कम दो आतंकी विदेशी नागरिक थे। इन आतंकियों के पास AK-47 जैसे उन्नत हथियार, ग्रेनेड और सैटेलाइट फोन जैसे संचार उपकरण भी थे। सूत्रों के अनुसार, यह समूह हाल ही में पाकिस्तान से भारत में दाखिल हुआ था और अपने पाकिस्तानी आकाओं से लगातार संपर्क में था।

रेकी और स्थानीय नेटवर्क का खुलासा

खुफिया एजेंसियों ने शक जताया है कि आतंकियों को इलाके की रेकी कराने में स्थानीय ओवरग्राउंड वर्करों (OGW) की भूमिका हो सकती है। पहलगाम आमतौर पर एक शांत और पर्यटकप्रिय क्षेत्र माना जाता है, जिससे आतंकी इसे टारगेट करने में सफल रहे। सुरक्षा एजेंसियों को इस हमले के पीछे एक संगठित नेटवर्क के होने की संभावना दिख रही है।

2000 के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला

बताया जा रहा है कि इस आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की मौत हो गई है, जबकि दर्जनों घायल हैं। यह साल 2000 के बाद का सबसे बड़ा और भयावह हमला है, जिसमें पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने आम नागरिकों को निशाना बनाया है।

केंद्र सरकार की सख्ती

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले पर गृह मंत्री अमित शाह से बात की और सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। इसके बाद अमित शाह ने तुरंत श्रीनगर पहुंचकर शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक की। गृह मंत्रालय ने राज्य प्रशासन, CRPF, सेना और पुलिस को संयुक्त रूप से ऑपरेशन को अंजाम देने के निर्देश दिए हैं।

एलजी और अन्य नेताओं की कड़ी प्रतिक्रिया

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा, “इस हमले के पीछे जो भी हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। पूरा देश गुस्से में है और हमारे जवानों का खून खौल रहा है।” राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, विपक्ष के नेता राहुल गांधी, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, देवेंद्र फडणवीस और कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया सहित कई नेताओं ने हमले की कड़ी निंदा की है।

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