नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के बाद देशभर में गुस्सा और शोक का माहौल है। इसी बीच विपक्ष के कई सांसदों ने केंद्र सरकार से संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग तेज कर दी है। विपक्षी नेताओं का कहना है कि संसद से राष्ट्र के सामूहिक संकल्प और एकता का स्पष्ट संदेश पूरी दुनिया तक जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री और संसदीय कार्य मंत्री को लिखा पत्र
राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। वहीं, भाकपा (CPI) के सांसद पी संदोश कुमार ने संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू को पत्र भेजकर यह आग्रह किया है।
कपिल सिब्बल ने भी की सत्र बुलाने की मांग
पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने रविवार को राजनीतिक दलों से अपील की थी कि वे मिलकर सरकार पर जल्द से जल्द संसद का विशेष सत्र बुलाने के लिए दबाव बनाएं। सिब्बल ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित करने का भी सुझाव दिया, ताकि यह संदेश दिया जा सके कि भारत आतंकवाद के खिलाफ एकजुट खड़ा है।
आतंकी हमले में 26 लोगों की गई थी जान
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके की बैसरन घाटी में हुए इस बर्बर आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी। इस घटना ने देशभर में रोष और दुख की लहर दौड़ा दी है। ऐसे में संसद से एक ठोस और संयुक्त संदेश भेजने की मांग लगातार जोर पकड़ रही है।
सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार
फिलहाल सरकार की ओर से संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने पर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। लेकिन माना जा रहा है कि विपक्षी दबाव और जनता के गुस्से को देखते हुए सरकार जल्द कोई बड़ा कदम उठा सकती है।