देशभर में मॉक ड्रिल: आम जनता ने दिखाई तत्परता, खतरे के लिए खुद को किया तैयार

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देशभर में मॉक ड्रिल: आम जनता ने दिखाई तत्परता, खतरे के लिए खुद को किया तैयार

देशभर में मॉक ड्रिल: आम जनता ने दिखाई तत्परता, खतरे के लिए खुद को किया तैयार

नई दिल्ली: देश के कई हिस्सों में मंगलवार को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के निर्देश पर व्यापक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस अभ्यास का उद्देश्य आम जनता को किसी भी आपात स्थिति — जैसे आतंकी हमला, बम विस्फोट, या प्राकृतिक आपदा — से निपटने के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार करना था। हालिया दिनों में सीमा पार बढ़े सैन्य तनाव, आतंकी गतिविधियों और भीड़-भाड़ वाली जगहों को लेकर खुफिया अलर्ट के बीच इस तरह की तैयारियों को बेहद जरूरी माना जा रहा है।

अनेक जिलों में एकसाथ सायरन, दहशत नहीं तैयारी

सुबह होते ही देश के कई जिलों — जैसे दिल्ली, लखनऊ, जयपुर, चंडीगढ़, मुंबई, जम्मू, श्रीनगर और कोलकाता — में अचानक सायरन बज उठे। स्कूलों, मॉल्स, रेलवे स्टेशनों और सरकारी कार्यालयों से लोगों को बाहर निकाला गया और आपातकालीन सुरक्षा निर्देशों का पालन कराया गया।

इन ड्रिल्स में NDRF, स्थानीय पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, और फायर ब्रिगेड की टीमें सक्रिय रहीं। आम लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया, फर्जी घायलों को निकाला गया और बम धमाकों जैसे परिदृश्य तैयार कर संवेदनशीलता की जांच की गई।

बढ़ता जागरूकता स्तर: आम लोगों ने निभाई अहम भूमिका

दिल्ली के करोल बाग इलाके में एक मॉक ड्रिल के दौरान एक 60 वर्षीय दुकानदार रमेश कुमार ने कहा, “पहले कभी नहीं सोचा था कि हमें ऐसी तैयारियां खुद सीखनी पड़ेंगी। लेकिन आज के हालात देखकर लगता है, ये बहुत ज़रूरी है।”

स्कूलों में बच्चों को बताया गया कि सायरन बजने पर घबराने की बजाय छिपने और निर्देशों का पालन करने में ही समझदारी है। NDMA द्वारा जारी वीडियो में खासकर बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए अलग-अलग सुरक्षा निर्देश साझा किए गए।

तनावपूर्ण माहौल में मॉक ड्रिल की अहमियत

देश की सीमाओं पर जारी तनाव, आतंकवादी घटनाओं की आशंका, और आंतरिक सुरक्षा से जुड़े इनपुट्स के बीच यह मॉक ड्रिल एक मनौवैज्ञानिक तैयारी का भी हिस्सा है। NDMA के अधिकारियों ने बताया कि, “आपदा से निपटने के लिए प्रशासन जितना ज़रूरी है, उतनी ही ज़रूरी जनता की सहभागिता भी है। अगर लोग तैयार हैं, तो किसी भी बड़ी घटना को टाला जा सकता है।”

प्रमुख स्थानों पर ड्रिल की गई:

  • दिल्ली: मेट्रो स्टेशनों, स्कूलों और ऑफिस परिसरों में

  • लखनऊ: हाईकोर्ट, हजरतगंज, चारबाग रेलवे स्टेशन

  • मुंबई: लोकल ट्रेनों, चर्चगेट ऑफिस ब्लॉक्स

  • जम्मू और श्रीनगर: एयरपोर्ट, बॉर्डर एरिया स्कूल्स

  • कोलकाता: हावड़ा स्टेशन, बस टर्मिनल्स, आईटी पार्क्स

सरकार की अपील: घबराएं नहीं, जागरूक बनें

गृह मंत्रालय और एनडीएमए ने नागरिकों से अपील की है कि मॉक ड्रिल के दौरान घबराने की बजाय सहयोग करें और ऐसी परिस्थितियों को गंभीरता से लें। सभी को आपदा प्रबंधन ऐप्स, लोकल हेल्पलाइन नंबर और बेसिक फर्स्ट-एड नॉलेज रखने की सलाह दी गई है।

‘तैयारी ही सुरक्षा है’

आज की मॉक ड्रिल ने यह संदेश दिया कि देश का हर नागरिक अगर सतर्क और प्रशिक्षित हो, तो किसी भी आपदा या हमले से प्रभावी ढंग से निपटा जा सकता है। NDMA की यह पहल न सिर्फ एक अभ्यास थी, बल्कि एक राष्ट्रीय चेतना का अभ्यास भी थी।

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