लखनऊ, जिसे नवाबी तहज़ीब और अवधी स्वादों की नगरी कहा जाता है, अब अपनी पाक कला की समृद्ध विरासत के बल पर वैश्विक मान्यता की ओर अग्रसर है। हाल ही में इसे यूनेस्को क्रिएटिव सिटी नेटवर्क (UCCN) में गैस्ट्रोनॉमी श्रेणी के तहत शामिल करने के लिए प्रस्तावित किया गया है। यह पहल न केवल लखनऊ की सांस्कृतिक धरोहर को अंतरराष्ट्रीय मंच पर स्थापित करेगी, बल्कि शहर के आर्थिक और पर्यटन विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क (UCCN):
- यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क का उद्देश्य विश्व भर में क्रिएटिव शहरों के साथ साथ उनके सांस्कृतिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए समर्थन प्रदान करना है।
- विश्व स्तर पर संस्कृति-संचालित सतत शहरी विकास का समर्थन करने के लिए क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क (UCCN) की स्थापना वर्ष 2004 में की गई थी।
- इसका लक्ष्य शहरों के निर्माण में संस्कृति, उद्यम की क्षमता और परिवर्तनकारी शक्ति को पूरा करना है।
- सतत विकास लक्ष्य 11 का उद्देश्य शहर और तट के आधार पर है।
- नवाचार और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करने के लिए सात रचनात्मक क्षेत्रों शिल्प और लोक कला, मीडिया कला, फिल्म, चित्रकला, गैस्ट्रोनॉमी, साहित्य तथा संगीत आदि में शहरों को मान्यता देता है।
यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क के मुख्य उद्देश्य:
- इसके मुख्य उद्देश्यों में से एक है स्थानीय समुदायों को रचनात्मकता के क्षेत्र में अग्रसर करने के लिए समर्पित करना।
- सांस्कृतिक गतिविधियों विकास, उत्पादन और प्रसार को मजबूत करना।
- यह शहरों को अपने रचनात्मक उत्पादों को विश्व भर में प्रसारित करने के लिए एक माध्यम प्रदान करता है और उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दृढ़ता से जुड़ने का मौका देता है।
- सतत शहरी विकास के लिए रचनात्मकता और सांस्कृतिक उद्योगों को बढ़ावा देने के साथ ही शहरी समुदायों को लाभ पहुंचाने के लिए एक अभिनव सोच कार्रवाई को भी प्रोत्साहित करता है।
यूसीसीएन के सात रचनात्मक क्षेत्र:
- शिल्प और लोक कला: यह वैश्विक स्तर पर पारंपरिक कौशल और कारीगर विरासत का प्रदर्शन करना।
- चित्रकला या डिजाइन: शहरी वातावरण में नवाचार, कार्यक्षमता और सौंदर्यशास्त्र का जश्न का प्रदर्शन करना।
- फिल्म: संस्कृतियों में सिनेमा जगत में रचनात्मकता और फिल्म निर्माण उत्कृष्टता का सम्मान करना।
- गैस्ट्रोनॉमी: अनूठी पाक परंपराओं और भोजन आधारित सांस्कृतिक पहचान को बढ़ावा देना।
- साहित्य: साहित्यिक रचनात्मकता, प्रकाशन और सांस्कृतिक आख्यानों को प्रोत्साहित करना।
- मीडिया कला: डिजिटल रचनात्मकता, दृश्य अभिव्यक्ति और मल्टीमीडिया कहानी कहने पर जोर देना।
- संगीत: दुनिया भर में संगीत विरासत, प्रदर्शन और नवाचार पर ध्यान क्रेंद्रित करना।
यूसीसीएन में भारतीय शहर:
भारत में कई शहर है जिन्हें यूनेस्को ने क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क के हिस्से के रूप में मान्यता दी है, इस नेटवर्क में वर्तमान में निम्नलिखित शहर सम्मिलित है।
- वाराणसी (2015): यह क्रिएटिव सिटी ऑफ म्यूजिक के रूप में शामिल है
- जयपुर (2015): यह शिल्प और लोक कला के क्षेत्र के रूप में सम्मलित है।
- चेन्नई (2017): यह संगीत का शहर के रूप में शामिल है।
- हैदराबाद (2019): यह पाक-कला (गैस्ट्रोनॉमी) के क्षेत्र के रूप में शामिल है।
- मुंबई(2019): यह अपने अद्भुत फिल्म प्रदर्शन के रूप में सम्मलित है।
- श्रीनगर (2021): यह शिल्प और लोक कला के क्षेत्र के रूप में शामिल है।
- कोझिकोड (2023): केरल की साहित्यिक और सांस्कृतिक जगत की कई प्रमुख हस्तियाँ, प्रमुख मीडिया हाउस और अनेक पुस्तकालय (500 से भी अधिक) के कारण इसकी अपनी अलग पहचान है।
यूनेस्को के बारे:
- संयुक्त राष्ट्र स्टार्टअप, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की एक विशेष एजेंसी है।
- यह शिक्षा, विज्ञान एवं संस्कृति के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से शांति स्थापित करने का प्रयास करता है।
- इसका मुख्यालय पेरिस में है।
यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क (यूसीसीएन) एक वैश्विक पहल है, जो विभिन्न रचनात्मक शहरों और अन्य हितधारकों के बीच वार्षिक सम्मेलन के माध्यम से सांस्कृतिक विनिमय और सहयोग को बढ़ावा देता है। यूसीसीएन में शामिल होने से शहरों को अपनी रचनात्मक और सांस्कृतिक पहचान को बढ़ावा देने, पर्यटन को आकर्षित करने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में मदद मिलती है। ऐसे ही हाल में केरल के कोझिकोड को यूसीसीएन के द्वारा “ City of Literature” (साहित्य की नगरी) के रूप में मान्यता प्राप्त हुई है। यह शहर अपनी साहित्यिक और रचनात्मक विरासत के लिए प्रसिद्ध है।