ज्योति मल्होत्रा जासूसी कांड: पहलगाम से चीन-पाक कनेक्शन

जासूसी कांड में नया मोड़! ज्योति मल्होत्रा – पहलगाम से चीन-पाक कनेक्शन?
नई दिल्ली | ज्योति मल्होत्रा जासूसी कांड में एक चौंकाने वाला मोड़ सामने आया है। जांच एजेंसियों की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, इस केस में अब पाकिस्तान और चीन के संभावित लिंक पर भी गंभीरता से जांच हो रही है। इतना ही नहीं, जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम का नाम भी अब इस केस से जुड़ गया है।
जांच की दिशा अचानक बदली
अब तक माना जा रहा था कि यह मामला सिर्फ संवेदनशील जानकारी लीक करने तक सीमित है। लेकिन हाल ही में सामने आए सबूतों ने जांच की दिशा पूरी तरह से बदल दी है। सूत्रों के मुताबिक, ज्योति मल्होत्रा द्वारा इस्तेमाल किए गए एक मोबाइल डिवाइस से पहलगाम में किए गए कुछ संदिग्ध कॉल्स और संदेशों का पता चला है, जो सीधे तौर पर पाकिस्तान में एक्टिव कुछ हैंडलर्स से जुड़े हो सकते हैं।
पहलगाम कैसे आया तस्वीर में?
जांच एजेंसियों का मानना है कि पहलगाम में किसी मीटिंग या ट्रांजैक्शन के संकेत मिले हैं। यह इलाका आमतौर पर शांत और सुरक्षित माना जाता है, लेकिन इस खुलासे के बाद वहां की गतिविधियों पर सुरक्षा एजेंसियों ने पैनी नजर रखना शुरू कर दिया है।
पाकिस्तान और चीन कनेक्शन की जांच तेज
जांचकर्ताओं ने दावा किया है कि कुछ डिजिटल डेटा ऐसे हैं जो चीन के एक सर्वर से सिंक्रनाइज़ हो रहे थे। इसके अलावा पाकिस्तान के एक खुफिया नेटवर्क से जुड़ी गतिविधियों की भी पुष्टि हुई है। माना जा रहा है कि यह मामला केवल भारत की आंतरिक सुरक्षा से ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय जासूसी नेटवर्क से भी जुड़ा हो सकता है।
सरकारी प्रतिक्रिया का इंतजार
अब तक सरकार की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) कार्यालय और RAW के वरिष्ठ अधिकारी इस पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में कुछ अहम गिरफ्तारियां और खुलासे हो सकते हैं।
क्या है अगला कदम?
जांच एजेंसियां अब पहलगाम और आसपास के इलाकों में सक्रिय संदिग्धों की पहचान कर रही हैं। साथ ही, ज्योति मल्होत्रा के अंतरराष्ट्रीय संपर्कों की भी गहराई से जांच की जा रही है। यह स्पष्ट होता जा रहा है कि मामला केवल एक व्यक्ति तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है।