भारत-पाकिस्तान में परमाणु युद्ध हुआ तो किन इलाकों पर मचेगी तबाही और कहां रहेगा सबसे कम असर?

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भारत पाकिस्तान युद्ध

भारत पाकिस्तान युद्ध

नई दिल्ली: पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव तेजी से बढ़ता जा रहा है। भारत में 22 अप्रैल को हुए इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत के बाद देशभर में आक्रोश है और पाकिस्तान पर कार्रवाई की मांग तेज हो गई है। इसी बीच पाकिस्तान की ओर से गैरजिम्मेदाराना बयानबाज़ी भी शुरू हो गई है।

पाकिस्तान ने दी परमाणु हमले की धमकी

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने दावा किया कि भारत पाकिस्तान पर हमला कर सकता है, जिसके लिए पाकिस्तानी सेना तैयार है। वहीं, पाकिस्तान के रेल मंत्री हनीफ अब्बास ने और भी उग्र बयान देते हुए कहा कि पाकिस्तान ने परमाणु मिसाइलें सिर्फ सजावट के लिए नहीं रखी हैं, बल्कि जरूरत पड़ने पर भारत के खिलाफ उनका इस्तेमाल किया जाएगा।

हनीफ अब्बास का यह बयान परमाणु युद्ध जैसे खतरनाक हालातों की आशंका को जन्म दे रहा है, जिससे दोनों देशों के नागरिकों में चिंता का माहौल बन गया है।

अगर पाकिस्तान परमाणु हमला करता है तो?

विशेषज्ञों का कहना है कि अगर पाकिस्तान भारत पर परमाणु हमला करता है, तो भारत के कुछ प्रमुख शहर निशाने पर आ सकते हैं। इनमें दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे बड़े आर्थिक और रणनीतिक शहर शामिल हैं। मुंबई भारत की आर्थिक राजधानी है, दिल्ली राजनीतिक और सैन्य दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है, जबकि बेंगलुरु देश का तकनीकी हब है।

हालांकि विशेषज्ञ यह भी मानते हैं कि भारत के पास कहीं अधिक शक्तिशाली प्रतिउत्तर देने की क्षमता है। भारत, जवाबी हमले में पाकिस्तान के इस्लामाबाद, कराची, लाहौर, पेशावर, फैसलाबाद, रावलपिंडी, मुल्तान और क्वेटा जैसे बड़े शहरों को निशाना बना सकता है।

परमाणु युद्ध के विनाशकारी परिणाम

परमाणु हमले के तुरंत बाद लाखों लोगों की जान जाने का खतरा होगा। इसके अलावा, रेडिएशन से होने वाली बीमारियाँ, खाद्य संकट, पर्यावरणीय तबाही और सामाजिक अराजकता जैसी भयावह समस्याएँ भी सामने आएंगी। इतिहास में हिरोशिमा और नागासाकी पर हुए परमाणु हमलों के भयानक परिणाम आज भी मानवता के सामने उदाहरण के तौर पर मौजूद हैं।

भारत ने पाकिस्तान पर बनाया दबाव

पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए हैं। इनमें सिंधु जल संधि की समीक्षा, पाकिस्तानी नागरिकों (हिंदू शरणार्थियों को छोड़कर) को भारत छोड़ने का आदेश और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने की कोशिशें शामिल हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट संदेश दिया है कि इस आतंकी हमले का बदला लिया जाएगा और दोषियों को ऐसी सजा मिलेगी जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी।

पाकिस्तान में भी हलचल

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अपने बड़े भाई और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात कर सेना की तैयारियों पर चर्चा की है। इस बैठक में पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज भी मौजूद रहीं। पाकिस्तान सरकार भी संभावित तनाव से निपटने के लिए रणनीति बनाने में जुटी है।

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