नेशनल हेराल्ड को 2.34 करोड़ विज्ञापन, घेरे में सुक्खू सरकार

0
नेशनल हेराल्ड को 2.34 करोड़ विज्ञापन, घेरे में सुक्खू सरकार

शिमला। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार नेशनल हेराल्ड अखबार पर खासा मेहरबान नजर आ रही है। बीते दो वर्षों में प्रदेश सरकार ने इस अखबार को 2.34 करोड़ रुपये के सरकारी विज्ञापन जारी किए हैं। यह तब है जब नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर 988 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। इस मुद्दे पर अब हिमाचल की राजनीति गरमा गई है और विपक्ष लगातार सत्तारूढ़ कांग्रेस को घेर रहा है।

“हमारा अखबार है, देते रहेंगे विज्ञापन”: सीएम सुक्खू

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा,

“नेशनल हेराल्ड हमारा अखबार है, और हम उसे विज्ञापन देते रहेंगे। इसमें कोई गलत बात नहीं है। किसी तरह की वित्तीय अनियमितता नहीं हुई है।”

सीएम के इस बयान के बाद विपक्ष ने कांग्रेस सरकार पर सरकारी धन के दुरुपयोग का आरोप लगाना तेज कर दिया है।

अनुराग ठाकुर का तीखा हमला: “हिमाचल को चवन्नी, हेराल्ड को चांदी”

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा:

“सुक्खू सरकार ने नेशनल हेराल्ड को चांदी के सिक्के दे दिए और बाकी मीडिया संस्थानों को चवन्नी। क्या हिमाचल के किसी घर में नेशनल हेराल्ड की प्रति आती है? इसकी एक भी कॉपी आम जनता को नहीं दिखती, फिर भी करोड़ों रुपये के विज्ञापन दिए जा रहे हैं।”

उन्होंने इसे सीधा घोटाला बताते हुए जांच की मांग की और कहा कि यह मामला ईडी की जांच के दायरे में जरूर आना चाहिए।

जयराम ठाकुर का आरोप: “डीएवीपी रेट्स का उल्लंघन हुआ”

हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मंडी में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए आरोप लगाया:

“सुक्खू सरकार ने DAVP रेट्स (भारत सरकार की विज्ञापन दरें) को दरकिनार करते हुए दो वर्षों में 2 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान नेशनल हेराल्ड को कर दिया। यह सरकारी संसाधनों का खुला दुरुपयोग है।”

उन्होंने कहा कि कांग्रेस खुद ईडी के दुरुपयोग का आरोप लगाकर असल मुद्दों से ध्यान भटका रही है।

“नेशनल हेराल्ड अब कांग्रेस के भ्रष्टाचार का प्रतीक बन चुका है।”

पृष्ठभूमि: क्या है नेशनल हेराल्ड मामला?

नेशनल हेराल्ड अखबार की स्थापना 1938 में पंडित जवाहरलाल नेहरू ने की थी। कांग्रेस पार्टी के स्वामित्व वाली कंपनी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) द्वारा इसे चलाया जाता था। आरोप है कि कांग्रेस नेताओं ने यंग इंडियन लिमिटेड के ज़रिए AJL की संपत्ति को हथियाने और ट्रांसफर करने की साजिश रची, जिसमें करोड़ों रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग के सबूत पाए गए।

प्रवर्तन निदेशालय (ED) इस मामले की जांच कर रही है, और सोनिया-राहुल समेत कई कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मामला अदालत में है।

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार द्वारा नेशनल हेराल्ड को दिए गए करोड़ों रुपये के विज्ञापन ने एक बार फिर पुराने विवाद को जिंदा कर दिया है। मुख्यमंत्री सुक्खू के बयान से विवाद और गहरा गया है, जबकि भाजपा इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक और कानूनी लड़ाई की तैयारी में है। आने वाले दिनों में इस मामले पर राजनीतिक तापमान और बढ़ने की संभावना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *