दिल्ली में रिकॉर्ड बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त: पेड़ गिरे, गाड़ियां डूबीं, 100 से ज्यादा फ्लाइट्स प्रभावित

बारिश के कारण डूबी सड़क और ट्रैफिक में फंसी गाड़ियां, दिल्ली में मानसून का कहर

बारिश के कारण डूबी सड़क और ट्रैफिक में फंसी गाड़ियां, दिल्ली में मानसून का कहर

नई दिल्ली – राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को हुई रिकॉर्ड बारिश ने पूरे शहर की रफ्तार थाम दी। सुबह से शुरू हुई तेज़ बारिश ने देखते ही देखते दिल्ली की सड़कों को तालाब में तब्दील कर दिया। जगह-जगह जलभराव, पेड़ों के गिरने और ट्रैफिक जाम की वजह से दिल्लीवासियों का जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया।

100 से ज्यादा फ्लाइट्स हुईं प्रभावित

इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI) पर बारिश और कम विजिबिलिटी के कारण 100 से अधिक फ्लाइट्स या तो देरी से चलीं या रद्द करनी पड़ीं। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्री घंटों फंसे रहे, जिससे एयरपोर्ट पर अफरातफरी मच गई।

ट्रैफिक जाम और सड़कें बनीं झील

साउथ दिल्ली, मयूर विहार, लक्ष्मी नगर, रोहिणी, जनकपुरी, साकेत जैसे कई इलाकों में पानी भरने से गाड़ियाँ पूरी तरह डूब गईं। ITO, अक्षरधाम और एम्स फ्लाईओवर जैसे प्रमुख चौराहों पर ट्रैफिक जाम की लंबी कतारें देखी गईं। कुछ स्थानों पर जलभराव में फंसने के कारण बाइक और स्कूटर सवारों को पैदल चलना पड़ा।

पेड़ों के गिरने से खतरा बढ़ा

तेज हवाओं और मूसलधार बारिश के चलते कई इलाकों में पुराने पेड़ जड़ से उखड़ गए। RK पुरम, चाणक्यपुरी और द्वारका में पेड़ों के गिरने से सड़कों पर आवागमन बाधित हो गया। कुछ जगह कारों के ऊपर पेड़ गिरने से नुकसान भी हुआ, हालांकि जान-माल की कोई बड़ी हानि नहीं हुई है।

मौसम विभाग का अलर्ट जारी

IMD (भारतीय मौसम विभाग) ने बताया कि 24 घंटे में दिल्ली में औसतन 100 मिमी से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है, जो मई महीने में अब तक की सबसे ज्यादा बारिशों में से एक है। शनिवार और रविवार को भी हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है।

IMD निदेशक कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा:
“दिल्ली-NCR में पश्चिमी विक्षोभ और दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के प्रभाव से यह भारी बारिश हुई है। आने वाले दिनों में तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है।”

स्कूलों और ऑफिस पर असर

कुछ निजी स्कूलों ने भारी बारिश और जाम को देखते हुए ऑनलाइन क्लासेस शिफ्ट कर दीं। वहीं, कई ऑफिस में कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की अनुमति दी गई। सरकारी दफ्तरों में उपस्थिति कम देखी गई।

लोगों की प्रतिक्रिया

सोशल मीडिया पर लोगों ने सड़कों पर डूबी कारों, जाम की लंबी लाइनों और गिरे पेड़ों की तस्वीरें साझा कीं। ट्विटर पर #DelhiRains और #RainHavoc ट्रेंड करता रहा।

दिल्ली में हुई इस अप्रत्याशित बारिश ने एक बार फिर शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर और आपात तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। नगर निगम और आपदा प्रबंधन विभाग की त्वरित प्रतिक्रिया से कुछ क्षेत्रों में सुधार हुआ, लेकिन भारी बारिश ने यह साफ कर दिया कि देश की राजधानी अब भी एक दिन की मूसलधार बारिश से जूझने को तैयार नहीं है।

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