दिल्लीवासियों के लिए जून का महीना हमेशा ही उमस और गर्मी लेकर आता है, लेकिन इस बार गर्मी ने अपने तेवर और भी तीखे कर दिए हैं। तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है, और नमी का स्तर 31% से 73% के बीच उतार-चढ़ाव कर रहा है, जिससे गर्मी का अहसास और बढ़ गया है।
IMD की भविष्यवाणी: थोड़ी राहत की उम्मीद
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 12 जून के बाद दिल्ली के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश और तेज हवाओं की संभावना जताई है। इससे तापमान में मामूली कमी आ सकती है और उमस से कुछ राहत मिल सकती है।
मानसून का इंतजार
IMD के अनुसार, मानसून दिल्ली में आमतौर पर 25 जून के आसपास दस्तक देता है। इस साल मानसून पहले ही केरल में 24 मई को पहुंच चुका है, लेकिन उत्तर-पश्चिम भारत में इसकी प्रगति धीमी है, जिसके कारण दिल्ली को अभी मानसूनी बारिश के लिए कुछ और इंतजार करना पड़ सकता है।
स्वास्थ्य पर प्रभाव
गर्मी और उमस का असर विशेष रूप से बुजुर्गों, बच्चों और बाहर काम करने वालों पर पड़ सकता है। IMD ने 11 और 12 जून को हीटवेव के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों को अत्यधिक गर्मी से बचने की सलाह दी गई है। विशेष रूप से बुजुर्ग, बच्चे और बाहर काम करने वाले लोग इस मौसम में अधिक जोखिम में हैं. मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हाल के दिनों में पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के कमजोर पड़ने और मानसून के उत्तर-पश्चिम भारत में देरी से पहुंचने के कारण गर्मी का प्रकोप बढ़ा है।
दिल्ली में इस समय गर्मी और उमस का प्रकोप अधिक है, लेकिन IMD की भविष्यवाणी के अनुसार, 12 जून के बाद कुछ राहत मिल सकती है। हालांकि, मानसून के आने में अभी समय है, इसलिए लोगों को गर्मी से बचने के उपायों को अपनाना चाहिए।
स्वास्थ्य सुझाव:
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बाहर जाते समय हल्के और ढीले कपड़े पहनें।
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पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
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धूप से बचने के लिए छाता या टोपी का उपयोग करें।
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बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
दिल्लीवासियों के लिए यह समय सावधानी बरतने का है, ताकि गर्मी और उमस से बचा जा सके।