नई दिल्ली: पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ने जवान मुनीर खान को बर्खास्त कर दिया है। मुनीर खान पर आरोप है कि उन्होंने पाकिस्तानी महिला मीनल से शादी की जानकारी छिपाई और वीजा नियमों का उल्लंघन किया। अब मुनीर अपनी नौकरी को वापस पाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
भोपाल में CRPF की 41वीं बटालियन में तैनात मुनीर खान की शादी पाकिस्तान के सियालकोट की रहने वाली मीनल खान से नौ साल पहले तय हुई थी, लेकिन वीजा न मिलने के चलते दोनों की शादी 24 मई 2024 को ऑनलाइन निकाह के ज़रिए हुई। इसके बाद मीनल को भारत आने का 15 दिन का वीजा मिला और वह 29 फरवरी को अपने ससुराल पहुंचीं। वीजा की अवधि 14 मार्च को समाप्त हो गई। मुनीर ने मीनल के लिए लॉन्ग टर्म वीजा (LTV) का आवेदन किया था और इंटरव्यू भी पूरा हो चुका था, लेकिन अभी तक भारत सरकार से नागरिकता या LTV की मंजूरी नहीं मिली थी।
नौकरी गई, कोर्ट में उम्मीद बाकी
शनिवार शाम को मुनीर को CRPF से बर्खास्त करने की सूचना मिली। अधिकारियों का कहना है कि यह निर्णय देश की सुरक्षा के मद्देनज़र लिया गया है क्योंकि जवान ने विदेशी नागरिक से शादी की जानकारी छुपाई और वीजा नियमों का उल्लंघन किया। मुनीर अब सोमवार को अदालत का दरवाजा खटखटाने जा रहे हैं, ताकि अपनी नौकरी को वापस हासिल कर सकें।
कोर्ट से मीनल को राहत
इससे पहले भारत सरकार ने मीनल को वीजा खत्म होने पर वापस पाकिस्तान भेजने का निर्णय लिया था, लेकिन मीनल के वकील अंकुर शर्मा ने कोर्ट में याचिका दायर की, जिसके बाद कोर्ट ने मीनल को वाघा बॉर्डर से पाकिस्तान भेजने पर रोक लगा दी। इसके चलते बुधवार को मीनल की वापसी को रोक दिया गया और वह वीरवार को अपने ससुराल जम्मू के हंडवाल गांव लौट आईं।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
मुनीर की बर्खास्तगी के बाद परिवार गहरे सदमे में है। पहले मीनल की वापसी को लेकर चिंता थी, अब परिवार की रोज़ी-रोटी पर संकट आ गया है। मीनल के ठहरने पर मिली राहत फिलहाल अस्थायी है, लेकिन मुनीर की नौकरी को लेकर संकट गहरा गया है।