Covid-19 Alert: देश में फिर बढ़ रहा कोरोना, 24 घंटे में 685 नए केस

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देश में कोरोना वायरस फिर से फैल रहा है

देश में कोरोना वायरस फिर से फैल रहा है

नई दिल्ली। कोरोना वायरस एक बार फिर भारत में धीरे-धीरे पैर पसारने लगा है। बीते 24 घंटे में कोविड-19 के 685 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जिससे देशभर में एक्टिव मामलों की संख्या 3,300 से अधिक हो गई है। हालात भले ही अभी चिंताजनक न हों, लेकिन विशेषज्ञों और डॉक्टरों की नजर में यह एक शुरुआती चेतावनी है, जिसे नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है।

आंकड़े जो सोचने पर मजबूर करें

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, कोरोना के नए मामलों में पिछले एक सप्ताह से लगातार वृद्धि देखी जा रही है। खासकर महाराष्ट्र, केरल, दिल्ली और कर्नाटक जैसे राज्यों से ज्यादा केस सामने आ रहे हैं।

  • नए मामले (24 घंटे में): 685

  • कुल एक्टिव केस: 3,300+

  • रिकवरी रेट: 98.8%

  • डेथ रेट: स्थिर लेकिन निगरानी आवश्यक

विशेषज्ञ क्या कहते हैं?

AIIMS के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. राजेश राठी के अनुसार:

यह एक नई लहर नहीं है, लेकिन एक संभावित उछाल की शुरुआत हो सकती है। मानसून और मौसम में बदलाव के साथ वायरल बीमारियां बढ़ती हैं, और कोरोना भी इसी का हिस्सा बन सकता है।

विशेषज्ञों का मानना है कि कम संख्या के बावजूद लापरवाही बरतना आने वाले हफ्तों में स्थिति को गंभीर बना सकता है।

हॉस्पिटल और स्वास्थ्य तैयारियां

देश के कई प्रमुख अस्पतालों में कोरोना वार्ड फिर से सक्रिय किए जा रहे हैं। दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे मेट्रो शहरों में ICU बेड और ऑक्सीजन की आपूर्ति की समीक्षा की जा रही है।

लोगों से क्या अपील की गई है?

स्वास्थ्य मंत्रालय ने जनता से सतर्कता बरतने, भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनने, और बीमार महसूस होने पर तुरंत टेस्ट कराने की अपील की है। इसके अलावा, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

ह्यूमन टच: फिर न दोहराएं वो मंजर

2020 और 2021 के वो दृश्य आज भी लोगों की आंखों में ताज़ा हैं — अस्पतालों के बाहर लंबी कतारें, ऑक्सीजन की कमी, और अपनों को खोने का दर्द। हालांकि आज स्थिति काफी बेहतर है, लेकिन इतिहास से सबक लेना ही सबसे बड़ी समझदारी है

राजस्थान के जयपुर निवासी 56 वर्षीय सुरेश अग्रवाल ने बताया:

हमने दूसरी लहर में अपने छोटे भाई को खो दिया था। अब जैसे ही खबरें आ रही हैं, हम फिर से मास्क और सैनिटाइज़र का इस्तेमाल शुरू कर चुके हैं। हम दोबारा वही गलती नहीं दोहराएंगे।

क्या करें, क्या न करें (Do’s & Don’ts)

करें:
मास्क पहनें
बार-बार हाथ धोएं
लक्षण होने पर टेस्ट कराएं
हाई रिस्क ग्रुप को बचाव में रखें

न करें:
भीड़ में बिना मास्क के जाएं
लक्षणों को नजरअंदाज करें
फेक न्यूज़ फैलाएं
वैक्सीनेशन टालें

भले ही कोरोना के आंकड़े अभी नियंत्रण में हैं, लेकिन छोटी-सी लापरवाही एक बड़ी लहर का कारण बन सकती है। सरकार और जनता को एक बार फिर साथ मिलकर काम करना होगा। सावधानी ही सुरक्षा है – और यही समय है फिर से सतर्क रहने का।

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