CDS ने मानी राफेल जेट क्रैश की बात, कांग्रेस ने उठाई जांच की मांग

CDS ने मानी राफेल जेट क्रैश की बात, कांग्रेस ने उठाई जांच की मांग

CDS ने मानी राफेल जेट क्रैश की बात, कांग्रेस ने उठाई जांच की मांग

नई दिल्ली। भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान के हालिया बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। उन्होंने राफेल फाइटर जेट के दुर्घटनाग्रस्त होने की बात स्वीकार की है, जिससे यह मुद्दा एक बार फिर से गर्मा गया है। इस खुलासे के बाद कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए स्वतंत्र जांच की मांग की है।

क्या कहा CDS जनरल अनिल चौहान ने?

CDS जनरल अनिल चौहान ने एक मीडिया बातचीत में यह स्वीकार किया कि हाल ही में एक राफेल जेट तकनीकी कारणों से क्रैश हुआ है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पायलट पूरी तरह सुरक्षित है और इस हादसे की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी जारी है।

राफेल एक बेहद सक्षम फाइटर जेट है, लेकिन हर सिस्टम की एक ऑपरेशनल लिमिट होती है। टेक्निकल फॉल्ट्स की जांच चल रही है,” — जनरल चौहान

कांग्रेस ने उठाए सवाल, की जांच की मांग

CDS के बयान के कुछ ही घंटों बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा:

राफेल की खरीदी पहले ही सवालों के घेरे में थी, अब उसका क्रैश होना बेहद गंभीर मामला है। सरकार को इसकी स्वतंत्र जांच करवानी चाहिए।

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में मांग की कि सरकार यह स्पष्ट करे कि

राफेल सौदे पर पहले से विवाद

राफेल डील 2016 में फ्रांस से 36 जेट खरीदने को लेकर हुई थी, जिसकी कीमत लगभग 59,000 करोड़ रुपये थी। विपक्ष ने उस समय भी इस डील को लेकर कीमत, ऑफसेट पार्टनर और पारदर्शिता जैसे मुद्दों पर सवाल उठाए थे।

अब, जब राफेल जैसी हाई-एंड टेक्नोलॉजी का जेट गिरा है, तो यह न सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है, बल्कि सरकार की जवाबदेही को भी केंद्र में ला रहा है।

ह्यूमन टच: वायुसेना के भीतर चिंता

एक वरिष्ठ रिटायर्ड वायुसेना अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया:

राफेल को हमने बहुत उम्मीदों से खरीदा था। इसका गिरना एक बड़ा झटका है — इससे न सिर्फ टेक्निकल चिंता है, बल्कि मनोबल पर भी असर पड़ता है।

CDS की ओर से राफेल जेट गिरने की स्वीकारोक्ति सरकारी पारदर्शिता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन इस बयान के बाद जो सवाल खड़े हुए हैं — उनका जवाब देना सरकार के लिए अब जरूरी हो गया है। देश की जनता और विपक्ष अब जवाब और जांच – दोनों की मांग कर रहे हैं।

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