अहमदाबाद प्लेन क्रैश: रिटायर्ड पायलट के चौंकाने वाले खुलासे

अहमदाबाद प्लेन क्रैश पर बड़ा खुलासा!
अहमदाबाद प्लेन क्रैश: अहमदाबाद में 12 जून 2025 को हुए एयर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान हादसे में 241 यात्रियों और चालक दल के सदस्य सहित कुल 265 लोगों की जान गई। यह हादसा सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद हुआ था। इस दुर्घटना के बाद, एयर इंडिया के रिटायर कैप्टन राकेश राय ने इस हादसे से जुड़े कई तकनीकी पहलुओं पर चर्चा की।
टेकऑफ के दौरान अंडर कैरेज का नीचे रहना
कैप्टन राकेश राय ने बताया कि टेकऑफ के दौरान विमान का अंडर कैरेज (लैंडिंग गियर) सामान्यतः 50 फीट की ऊंचाई तक ऊपर कर लिया जाता है। लेकिन इस हादसे में विमान का अंडर कैरेज 600 फीट की ऊंचाई तक नीचे रहा, जो एक गंभीर तकनीकी प्रश्न है। उन्होंने कहा कि ऐसा कई कारणों से हो सकता है, जैसे कि बर्ड हिट के कारण इंजन में थ्रस्ट की कमी, या पायलट की गलती से फ्लैप्स को ऊपर करना।
ह्यूमन एरर की संभावना
कैप्टन राय ने यह भी संभावना जताई कि पायलट मॉनिटरिंग ने गलती से अंडर कैरेज ऊपर करने के बजाय फ्लैप्स ऊपर कर दिए होंगे, जिससे अचानक थ्रस्ट की कमी हो सकती है। उन्होंने इसे ह्यूमन एरर की थ्योरी बताया, हालांकि यह निश्चित नहीं है कि यही हुआ होगा।
टेकऑफ के बाद की स्थिति
कैप्टन राय ने बताया कि टेकऑफ के बाद विमान की गति 320 किलोमीटर प्रति घंटे थी, और रनवे से क्रैश होने तक केवल 59 सेकेंड का वीडियो सामने आया है। इससे स्पष्ट है कि पायलट के पास आपात स्थिति को समझने और प्रतिक्रिया देने का बहुत कम समय था।
चेकलिस्ट और अलर्ट सिस्टम
उन्होंने यह भी बताया कि इस विमान में मैनुअल चेकलिस्ट नहीं है, सभी इलेक्ट्रॉनिक हैं। ऐसे में, चेकलिस्ट की जांच के बाद भी विमान ने उड़ान भरना शुरू किया है। इस विमान में यह तकनीक है कि यदि कोई प्रोसेस मिस हो गया तो कई सारे अलर्ट आने लगते हैं, जिससे पायलट को तुरंत सूचित किया जाता है।
विमान में सवार 241 यात्रियों सहित कुल 265 की मौत
इस दुर्घटना में विमान में सवार 241 लोगों समेत 265 की मौत हो गई। विमान हादसे में मारे गए लोगों में से छह की शिनाख्त करने के बाद शुक्रवार को उनके शव उनके परिजनों को सौंप दिये गये। गुरुवार को हुए हादसे के बाद 265 शवों को पोस्टमार्टम के लिए अहमदाबाद सिविल अस्पताल भेजा गया था। एक अधिकारी ने बताया कि इनमें से केवल छह की शिनाख्त हो पाई क्योंकि उनके चेहरे पहचाने जा सकने की हालत में थे।
अहमदाबाद प्लेन क्रैश की जांच जारी है, और एयर इंडिया के रिटायर कैप्टन राकेश राय के खुलासे इस हादसे की तह तक पहुंचने में मददगार साबित हो सकते हैं।