पहलगाम हमले में शहीद शुभम द्विवेदी के परिवार से मिले पीएम मोदी, कानपुर एयरपोर्ट पर जताया शोक
पहलगाम हमले में शहीद शुभम द्विवेदी के परिवार से मिले पीएम मोदी
कानपुर — प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कानपुर एयरपोर्ट पर पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए शुभम द्विवेदी के परिजनों से मुलाकात की। यह मुलाकात उस वक्त हुई जब प्रधानमंत्री अपनी एकदिवसीय यात्रा पर उत्तर प्रदेश आए हुए थे। उन्होंने शहीद के परिवार को सांत्वना दी और राष्ट्र के लिए दिए गए उनके बलिदान को “अमर” बताया।
प्रधानमंत्री मोदी ने जताई संवेदना
प्रधानमंत्री मोदी ने शहीद के परिजनों से मुलाकात कर कहा,
“शुभम द्विवेदी का बलिदान देश कभी नहीं भूलेगा। उनका साहस और कर्तव्यनिष्ठा आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।”
उन्होंने शोक संतप्त परिवार के हाथ थामकर उन्हें धैर्य बंधाया और सरकार की ओर से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
कश्मीर के पहलगाम में हुआ था आतंकी हमला
गौरतलब है कि बीते सप्ताह कश्मीर के पहलगाम में सुरक्षाबलों पर हुए कायराना आतंकी हमले में शुभम द्विवेदी वीरगति को प्राप्त हुए थे। वह उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के निवासी थे और सुरक्षाबलों के साथ कर्तव्य निभा रहे थे। हमले में अन्य जवान भी घायल हुए थे, जिनका इलाज सेना अस्पताल में चल रहा है।
शुभम का बलिदान: गांव में मातम, देश को गर्व
शुभम की शहादत की खबर मिलते ही पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई थी, लेकिन साथ ही उनकी वीरता पर गर्व भी महसूस किया गया। हजारों लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए एकत्र हुए और ‘भारत माता की जय’ के नारों के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई।
राज्य सरकार और केंद्र की ओर से आर्थिक सहायता
उत्तर प्रदेश सरकार ने शुभम द्विवेदी के परिजनों को 25 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है, साथ ही एक परिजन को सरकारी नौकरी देने का वादा भी किया गया है। केंद्र सरकार की ओर से भी शहीद पैकेज के अंतर्गत मुआवज़ा और सहायता दी जाएगी।
मुलाकात का दृश्य हुआ वायरल
कानपुर एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी और शहीद के परिवार की यह मुलाकात भावनात्मक क्षणों से भरी रही, जिसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। देशभर से लोग शुभम की बहादुरी और प्रधानमंत्री के मानवीय भाव की सराहना कर रहे हैं।
शुभम द्विवेदी की शहादत एक यादगार उदाहरण है देशभक्ति और बलिदान का। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा परिजनों से मिलकर संवेदना प्रकट करना, सरकार की संवेदनशीलता और शहीदों के प्रति सम्मान को दर्शाता है। देश उनके साहस को हमेशा याद रखेगा।
