भारत 2025-26 में बनेगा वैश्विक आर्थिक विकास का इंजन: वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम रिपोर्ट

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भारत बनेगा दुनिया की अर्थव्यवस्था का इंजन - वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम

भारत बनेगा दुनिया की अर्थव्यवस्था का इंजन - वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम

विश्व आर्थिक मंच :

भारत अब सिर्फ उभरती अर्थव्यवस्था नहीं, बल्कि वैश्विक आर्थिक नेतृत्व का चेहरा बनने जा रहा है। विश्व आर्थिक मंच (World Economic Forum – WEF) की हालिया रिपोर्ट में यह बड़ा दावा किया गया है कि भारत वर्ष 2025 और 2026 में वैश्विक आर्थिक विकास का प्रमुख इंजन बन सकता है। यह खबर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गई है और भारत के लिए यह वैश्विक मान्यता किसी उपलब्धि से कम नहीं।

भारत की आर्थिक रफ्तार दुनिया में सबसे तेज

WEF की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की GDP वृद्धि दर, वैश्विक निवेश आकर्षण, डिजिटल क्रांति और श्रमशक्ति की बढ़ती भागीदारी इसे अन्य देशों से अलग करती है।
वर्ष 2024 में भारत की GDP वृद्धि दर 7.6% रही, जो किसी भी G20 देश में सबसे तेज थी। रिपोर्ट बताती है कि यह गति 2025 और 2026 में भी बरकरार रहेगी और भारत दुनिया की कुल आर्थिक वृद्धि में सबसे बड़ा योगदान देगा।

रिपोर्ट के मुख्य बिंदु:

  • भारत की जनसांख्यिकीय शक्ति (Demographic Dividend) इसे वैश्विक उत्पादन और खपत दोनों में अग्रणी बनाएगी।

  • डिजिटल अर्थव्यवस्था में तेजी, भारत को E-Commerce, FinTech और AI जैसी उभरती तकनीकों का वैश्विक केंद्र बना रही है।

  • हरित ऊर्जा और इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश भारत को सतत विकास के लिए आदर्श मॉडल बना रहे हैं।

  • नीति सुधारों और Ease of Doing Business में सुधार से विदेशी निवेशकों का भरोसा और बढ़ा है।

एशिया में भारत का नेतृत्व

WEF की रिपोर्ट के अनुसार, भारत न केवल वैश्विक स्तर पर, बल्कि एशिया में चीन के विकल्प के रूप में उभरा है। इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में भारत की कूटनीतिक पकड़ और व्यापार समझौते इसे क्षेत्रीय शक्ति के रूप में स्थापित कर रहे हैं।
रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि “भारत की रणनीतिक स्थिति और भू-राजनीतिक संतुलन, वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में इसके महत्व को और भी बढ़ा रहे हैं।”

सरकार की प्रतिक्रिया

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा,

“यह रिपोर्ट भारत की आर्थिक दिशा और हमारी नीतियों की प्रासंगिकता को वैश्विक मान्यता प्रदान करती है। यह हम सबके लिए गर्व का क्षण है।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर कहा:

“भारत अब केवल ‘उभरता हुआ बाजार’ नहीं, बल्कि ‘विश्व विकास का पथ-प्रदर्शक’ है। यह हर भारतीय की मेहनत और संकल्प की जीत है।”

भविष्य की चुनौती और अवसर

हालांकि, विशेषज्ञ यह भी मानते हैं कि भारत को शिक्षा, स्वास्थ्य, और बेरोजगारी जैसी आंतरिक चुनौतियों से निपटना होगा ताकि यह लीडरशिप लंबे समय तक कायम रह सके।
लेकिन रिपोर्ट इस बात पर जोर देती है कि यदि भारत ने अपने मौजूदा सुधारों की गति बनाए रखी, तो यह दशक “भारतीय दशक” के रूप में पहचाना जाएगा।

WEF की रिपोर्ट ने भारत को एक नई वैश्विक पहचान दी है – एक ऐसा देश जो न सिर्फ खुद आगे बढ़ रहा है, बल्कि पूरी दुनिया के लिए विकास की प्रेरणा बन रहा है। आने वाले वर्षों में भारत की यह भूमिका और भी निर्णायक होगी।

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