Microsoft Layoffs: AI ने छीनी नौकरी! खुद AI बनाने वाले इंजीनियर्स हो गए बेरोज़गार

Microsoft Layoffs: AI ने छीनी नौकरी! खुद AI बनाने वाले इंजीनियर्स हो गए बेरोज़गार
नई दिल्ली : AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का युग लगातार गहराता जा रहा है। जहां एक ओर यह टेक्नोलॉजी दुनिया भर की कंपनियों में क्रांति ला रही है, वहीं दूसरी ओर इसका एक कड़वा पहलू भी सामने आ रहा है। Microsoft समेत तमाम दिग्गज टेक कंपनियों में हो रही छंटनियों (Layoffs) ने यह साफ कर दिया है कि अब AI खुद अपने क्रिएटर्स की नौकरी छीनने लगा है।
AI ने बनाया, AI ने छीना – इंजीनियर्स की विडंबना
Microsoft ने हाल ही में दुनियाभर में सैकड़ों कर्मचारियों को नौकरी से हटाया, जिनमें चौंकाने वाली बात यह थी कि इनमें से कई इंजीनियर्स खुद AI सिस्टम्स को ट्रेन करने का काम कर रहे थे।
अब इन्हीं AI सिस्टम्स ने उनकी जगह ले ली।
“हमने जिस तकनीक को भविष्य के लिए तैयार किया, वो तकनीक ही आज हमारे वर्तमान को निगल गई,”
ऐसा कहना है एक पूर्व Microsoft इंजीनियर का, जो हाल में छंटनी का शिकार बने।
AI ऑटोमेशन बना छंटनी की बड़ी वजह
टेक्नोलॉजी कंपनियों का मानना है कि AI की मदद से प्रोडक्टिविटी बढ़ी है, और उन्हें अब उतनी बड़ी टीम की जरूरत नहीं रही।
जहां एक समय पर Data Scientists और Machine Learning इंजीनियर्स सबसे डिमांडिंग प्रोफेशन माने जाते थे, आज AI-Driven Tools उनकी जगह ले रहे हैं।
केवल Microsoft नहीं, ये ट्रेंड वैश्विक है
Microsoft अकेला नहीं है — Amazon, Google, Meta, और IBM जैसी बड़ी कंपनियां भी AI के नाम पर हजारों नौकरियां खत्म कर चुकी हैं।
2024-25 में ग्लोबल टेक सेक्टर में अब तक 1.5 लाख से ज्यादा लोगों की छंटनी हो चुकी है।
AI के युग में क्या वाकई कोई नौकरी सुरक्षित है?
AI के तेजी से बढ़ते इस्तेमाल ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि भविष्य में किसे नौकरी मिलेगी और किसे नहीं। विशेषज्ञों का मानना है कि अब केवल टेक्निकल नॉलेज ही नहीं, बल्कि क्रिएटिविटी, एथिक्स, और इंसानी समझ रखने वालों की ही मांग रहेगी।
“AI से डरने की बजाय, उसके साथ चलना सीखना होगा,”
– टेक एक्सपर्ट्स