यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पुलिस रिमांड पर, मनोज तिवारी की प्रतिक्रिया

देश की सुरक्षा से खिलवाड़?" यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पर बड़ा आरोप
हिसार/नई दिल्ली: हरियाणा के हिसार जिले की एक अदालत ने गुरुवार, 22 मई को यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को चार दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया। ज्योति मल्होत्रा पर आरोप है कि उन्होंने पाकिस्तान को देश की संवेदनशील जानकारी मुहैया कराई। इस मामले में अब राजनीतिक प्रतिक्रिया भी सामने आने लगी है। बीजेपी सांसद और गायक मनोज तिवारी ने इस मुद्दे पर अपनी राय रखी है और यूट्यूबर्स व सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को सतर्क रहने की सलाह दी है।
‘देश सबसे पहले, सतर्क रहें यूट्यूबर्स’: मनोज तिवारी
न्यूज़ एजेंसी ANI से बातचीत में मनोज तिवारी ने कहा, “यह एक गंभीर जांच का विषय है, हमें पूरी जानकारी सामने आने देना चाहिए। लेकिन मैं देश के सभी यूट्यूबर्स और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स से कहना चाहता हूं कि आपके मन में देश सर्वोपरि होना चाहिए। अगर कभी आपको महसूस हो कि कोई आपका दुरुपयोग कर रहा है, तो उतनी ही सतर्कता बरतें जितनी हमारी सेना और सरकार बरतती है।”
जयराम रमेश के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया
बीजेपी सांसद ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश के उस बयान पर भी निशाना साधा जिसमें रमेश ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर सबूत मांगे थे। तिवारी ने कहा, “हर बार जब कांग्रेस सबूत मांगने की बात करती है, तो वह वही बातें दोहराती है जो पाकिस्तान समर्थक और उसके हुक्मरान कहते हैं। मैं हैरान हूं कि इस बार पाकिस्तान खुद ही वीडियो और बयान के जरिए साक्ष्य प्रस्तुत कर रहा है। खुद शहबाज शरीफ ने यह माना कि कैसे नूर खान एयरबेस पर हमला हुआ।”
‘कांग्रेस को माफ नहीं करेगी जनता’
मनोज तिवारी ने कांग्रेस पर और भी तीखा हमला करते हुए कहा, “एक भारतीय होकर अपनी सेना पर सवाल उठाना, यह कांग्रेस का वही चेहरा है जिसे जनता कभी माफ नहीं करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्रवाई देखिए—पहलगाम हमले के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया गया, क्योंकि हमारी बहनों और बेटियों का सिंदूर उजड़ा था। अब एक-एक आतंकवादी को उसकी सजा मिलेगी, चाहे वो इस पार हो या उस पार, देश उनके खिलाफ खड़ा है।”
जांच जारी, सोशल मीडिया पर बहस तेज
इस बीच, ज्योति मल्होत्रा से जुड़े मामले में जांच एजेंसियां गहन पूछताछ कर रही हैं। शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूट्यूबर पर आरोप है कि उन्होंने कथित तौर पर सोशल मीडिया के जरिए कुछ संवेदनशील सूचनाएं साझा की थीं, जिनका उपयोग विदेशी एजेंसियां कर सकती थीं। हालांकि, मामले की पूरी जानकारी जांच पूरी होने के बाद ही सामने आ पाएगी।