ऑपरेशन सिंदूर पर राहुल गांधी को BJP ने घेरा, बताया पाकिस्तान समर्थक

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ऑपरेशन सिंदूर पर सियासी भूचाल: राहुल गांधी के सवालों पर BJP का पोस्टर वार

ऑपरेशन सिंदूर पर सियासी भूचाल: राहुल गांधी के सवालों पर BJP का पोस्टर वार

नई दिल्ली: भारत द्वारा आतंक के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर की जहां दुनियाभर में तारीफ हो रही है, वहीं देश के भीतर इस पर सियासी गर्मी तेज हो गई है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने विदेश मंत्री के बयान को लेकर सवाल खड़े किए हैं, जिससे भारतीय जनता पार्टी (BJP) हमलावर हो गई है। बीजेपी ने राहुल गांधी पर तीखा हमला बोलते हुए उन्हें “पाकिस्तान और उसके आकाओं की भाषा बोलने वाला” बताया है।

राहुल गांधी पर BJP का पोस्टर वार

बीजेपी ने राहुल गांधी की आलोचना करते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्टर शेयर किया है जिसमें उनका चेहरा पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर के चेहरे से जोड़ा गया है। बीजेपी का कहना है कि राहुल गांधी का बयान भारत की सेना के मनोबल को तोड़ने वाला है और वह विदेश मंत्री के स्पष्टीकरण के बावजूद सवाल उठाकर पाकिस्तान के नैरेटिव को मजबूत कर रहे हैं।

BJP IT सेल प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट किया,

“राहुल गांधी पूछते हैं कि भारत ने कितने जेट खो दिए, लेकिन यह नहीं पूछते कि पाकिस्तान के कितने फाइटर जेट गिराए गए। क्या अगला स्टेप ‘निशान-ए-पाकिस्तान’ लेने का है?”

ऑपरेशन सिंदूर: भारत की सर्जिकल एक्शन की मिसाल

भारत ने 6-7 मई की रात को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पीओके के आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की। इसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया। भारतीय वायुसेना ने 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिनमें कई आतंकी मारे गए।

सरकारी बयान के अनुसार,

“इस स्ट्राइक में किसी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने या नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचाया गया। यह ऑपरेशन आतंकियों के खिलाफ केंद्रित था।”

विदेश मंत्री के बयान को लेकर राहुल के सवाल

राहुल गांधी ने हाल ही में विदेश मंत्री एस. जयशंकर के उस बयान पर सवाल उठाए थे जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत ने पाकिस्तान को स्पष्ट तौर पर चेतावनी दी थी। राहुल गांधी ने इस बयान को लेकर ऑपरेशन सिंदूर की वैधता, स्कोप और परिणामों पर सवाल उठाए।

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी ने राहुल को पाकिस्तान समर्थक बताते हुए कहा कि,

“DGMO की ब्रीफिंग और विदेश मंत्रालय की क्लैरिटी के बावजूद राहुल गांधी सवाल उठाकर भारत की विदेश नीति और सुरक्षा रणनीति को कमजोर कर रहे हैं।”

सियासी बयानों की टाइमिंग पर उठे सवाल

विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह की राजनीतिक बयानबाजी उस वक्त हो रही है जब भारत पड़ोसी देश के खिलाफ निर्णायक और सटीक कार्रवाई करके दुनिया में एक कड़ा संदेश दे चुका है। ऐसे में देश के भीतर इस तरह के सवाल क्या राजनीतिक रणनीति का हिस्सा हैं या इससे देश की सामरिक छवि पर असर पड़ेगा, यह बहस का विषय है।

जहां एक ओर भारत आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक एक्शन लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साफ संदेश दे रहा है, वहीं आंतरिक राजनीति में बयानबाज़ी से एक बार फिर यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि क्या राष्ट्रीय सुरक्षा पर राजनीति होनी चाहिए? ऑपरेशन सिंदूर ने जहां सेना का मनोबल बढ़ाया है, वहीं इस पर उठे राजनीतिक सवालों ने एक नई बहस को जन्म दे दिया है।

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