भारत-पाकिस्तान सीजफायर: क्या होता है संघर्षविराम?

भारत-पाकिस्तान सीजफायर: क्या होता है संघर्षविराम?
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। दोनों देशों ने सीजफायर यानी संघर्षविराम पर सहमति जताई है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की मध्यस्थता के बाद यह सहमति बनी है। उन्होंने दावा किया कि रातभर दोनों पक्षों से बात करने के बाद युद्धविराम का फैसला लिया गया, जिसे वह एक “समझदारी भरा कदम” मानते हैं।
लेकिन सवाल ये है कि सीजफायर होता क्या है? और इससे जमीनी हालातों में क्या बदलाव आएंगे?
क्या होता है सीजफायर?
“सीजफायर” यानी “संघर्षविराम” एक ऐसा समझौता होता है जिसमें युद्ध या सैन्य कार्रवाई में शामिल पक्ष आपसी सहमति से एक निश्चित समय के लिए या स्थायी रूप से हथियारों को रोक देते हैं। इसका उद्देश्य किसी टकराव को और बड़ा बनने से रोकना और शांति की दिशा में पहला कदम बढ़ाना होता है।
भारत और पाकिस्तान के संदर्भ में यह सीजफायर आमतौर पर LoC (लाइन ऑफ कंट्रोल) पर गोलीबारी को रोकने के लिए लागू होता है।
क्या सीजफायर का मतलब है शांति?
सीजफायर किसी विवाद का समाधान नहीं होता, बल्कि वह सिर्फ अस्थायी ठहराव होता है। इसमें दोनों पक्ष युद्ध या हमले को रोकते हैं ताकि बातचीत का रास्ता खुले। कई बार सीजफायर के दौरान भी उल्लंघन (Violation) होता रहा है, खासकर पाकिस्तान की ओर से।
भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर का इतिहास
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2003 में पहला बड़ा सीजफायर समझौता हुआ था, लेकिन इसके बाद कई बार उल्लंघन हुए।
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2021 में एक बार फिर दोनों देशों ने LoC पर शांति बनाए रखने का वादा किया था।
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2025 में ऑपरेशन सिंदूर के बाद तनाव बढ़ा और अब यह नया सीजफायर उसकी प्रतिक्रिया है।
क्या कहता है अंतरराष्ट्रीय समुदाय?
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अमेरिका, यूएन और कई यूरोपीय देशों ने भारत-पाक सीजफायर का स्वागत किया है।
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अमेरिका ने कहा, “दक्षिण एशिया में शांति बहाल करना जरूरी है।”
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वहीं संयुक्त राष्ट्र ने अपील की है कि दोनों देश बातचीत के जरिए स्थायी समाधान निकालें।
अब क्या होगा?
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LoC पर फायरिंग और ड्रोन हमलों में कमी आ सकती है।
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दोनों देशों की सेना हाई अलर्ट पर रहेगी, लेकिन हमले की स्थिति में जवाब देने की पूरी तैयारी रहेगी।
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भारत ने साफ किया है कि “अगर पाकिस्तान फिर से नापाक हरकत करता है, तो जवाब पहले से ज्यादा तीखा होगा।”
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कूटनीतिक चैनल्स के ज़रिए बातचीत की संभावना बनी हुई है।
सीजफायर एक राजनीतिक और कूटनीतिक चाल है जो जंग को टाल सकती है लेकिन समाधान नहीं है। जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को पनाह देना बंद नहीं करता, तब तक स्थायी शांति की उम्मीद करना मुश्किल है। भारत ने फिर स्पष्ट कर दिया है कि शांति से पहले सुरक्षा जरूरी है।