लाहौर में ड्रोन धमाकों के बीच अमेरिकी दूतावास की चेतावनी: ‘जहां हैं वहीं रहें’

लाहौर में ड्रोन धमाकों के बीच अमेरिकी दूतावास की चेतावनी: ‘जहां हैं वहीं रहें’
पाकिस्तान के लाहौर में ड्रोन हमलों, एयरस्पेस उल्लंघन और धमाकों की घटनाओं के बीच अमेरिकी वाणिज्य दूतावास (U.S. Consulate General) ने गुरुवार को एक सुरक्षा अलर्ट जारी करते हुए अपने कर्मचारियों को तुरंत ‘शेल्टर-इन-प्लेस’ यानी जहां हैं वहीं सुरक्षित रुकने का निर्देश दिया है।
यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब भारत द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत-पाक तनाव बेहद नाजुक स्थिति में पहुंच गया है।
क्या कहा गया है अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट के अलर्ट में?
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लाहौर के मुख्य हवाई अड्डे और आस-पास के इलाकों में निकासी अभियान शुरू हो सकता है।
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शहर के कई हिस्सों में ड्रोन गिरने, विस्फोटों और एयरस्पेस में घुसपैठ की रिपोर्ट्स सामने आई हैं।
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स्थिति को “संवेदनशील और तेजी से बदलती हुई” बताया गया है।
अमेरिकी नागरिकों के लिए चेतावनी:
“यदि आप संघर्ष क्षेत्र में हैं और सुरक्षित निकल सकते हैं, तो तत्काल निकल जाएं। यदि निकलना संभव न हो, तो जहां हैं वहीं रहें और खुद को सुरक्षित करें।”
यह निर्देश केवल लाहौर में रह रहे अमेरिकी नागरिकों तक सीमित नहीं, बल्कि पाकिस्तान के उन हिस्सों में मौजूद नागरिकों पर भी लागू हो सकते हैं जहां सैन्य गतिविधियां तेज़ हो रही हैं।
लाहौर में क्या हो रहा है?
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लाहौर एयरपोर्ट के पास के कई इलाकों में धुएं के गुबार, तेज धमाकों की आवाज़ें और ड्रोन एक्टिविटी देखी गई है।
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कोई भी पक्ष इन घटनाओं की जिम्मेदारी अब तक नहीं ले पाया है।
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सूत्रों के मुताबिक, यह सब भारत की एयरस्ट्राइक के जवाब में पाकिस्तानी वायु क्षेत्र को हाई अलर्ट पर रखने का नतीजा है।
अंतरराष्ट्रीय चिंता का संकेत:
यह पहली बार है जब अमेरिकी विदेश विभाग ने पाकिस्तान के किसी प्रमुख शहर में “एक्टिव मिलिट्री रिस्क” को सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है। इससे यह साफ है कि:
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भारत-पाक तनाव सीमित सीमा विवाद से निकलकर अब वैश्विक चिंता का विषय बन चुका है।
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राजनयिक गतिविधियों, व्यापार, और हवाई यातायात पर इसका व्यापक असर देखने को मिल सकता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, यदि हालात यूं ही बिगड़ते रहे तो लाहौर जैसे प्रमुख शहर में विदेशी निवेश, डिप्लोमैटिक मूवमेंट, और आम जनजीवन पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है।