MP Board 12वीं टॉपर प्रियल द्विवेदी बनीं प्रदेश गौरव, IAS बनने का है सपना

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प्रियल द्विवेदी ने MP Board 12वीं में टॉप किया, पिता बोले – डर था कहीं पागल न हो जाए!

प्रियल द्विवेदी ने MP Board 12वीं में टॉप किया, पिता बोले – डर था कहीं पागल न हो जाए!

भोपाल/सतना: मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) ने मंगलवार सुबह 10 बजे 12वीं बोर्ड परीक्षा 2025 का परिणाम घोषित कर दिया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने परिणाम जारी करते हुए छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं दीं। इस वर्ष मैथ्स-साइंस स्ट्रीम में टॉप करने का गौरव सतना जिले की प्रियल द्विवेदी को मिला है, जिन्होंने 500 में से 492 अंक प्राप्त किए हैं।

प्रियल की सफलता से मैहर-सतना गौरवान्वित

प्रियल की इस अभूतपूर्व उपलब्धि के बाद उनके घर और स्कूल में बधाई देने वालों का तांता लग गया। प्रियल कन्या शासकीय उमा विद्यालय, अमरपाटन की छात्रा हैं। विद्यालय के प्राचार्य ने कहा कि प्रियल हमेशा से पढ़ाई में गंभीर और अन्य छात्राओं के लिए प्रेरणास्रोत रही हैं।

“रैंक 1 की उम्मीद नहीं थी, लेकिन टॉप 10 में आने का था विश्वास” – प्रियल

प्रियल ने कहा:

“मुझे उम्मीद थी कि टॉप 10 में आऊंगी, लेकिन रैंक 1 मिल जाएगी, इसका अंदाजा नहीं था। मैं रोज स्कूल जाती थी, समय से होमवर्क करती थी और NCRT की किताबों को अच्छे से पढ़ा था। मेरी सफलता का श्रेय मेरे माता-पिता और गुरुजनों को जाता है।”

फिजिक्स पसंदीदा विषय, पर अंक कम रह गए

जब प्रियल से उनके पसंदीदा विषय के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने मुस्कराकर कहा:

“मुझे फिजिक्स बहुत पसंद है, लेकिन उसमें 97 अंक आए। जबकि केमिस्ट्री में 100 में से 100 अंक मिले। थोड़े अंक फिजिक्स में कम रह गए।”

“लड़कियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं” – 10वीं टॉपर प्रज्ञा पर भी जताई खुशी

प्रियल ने 10वीं की टॉपर प्रज्ञा जायसवाल को भी बधाई दी, जिन्होंने 500 में से 500 अंक हासिल कर राज्य में पहला स्थान पाया है। प्रियल ने कहा कि यह देखकर गर्व होता है कि लड़कियां आज हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं।

IAS बनने का सपना, सोशल मीडिया से दूरी

प्रियल ने बताया कि उनका सपना IAS बनकर देश की सेवा करना है। वे सोशल मीडिया से पूरी तरह दूरी बनाए रखती हैं और पढ़ाई में पूरा समय देती हैं।

“मैं रात के 2 बजे तक पढ़ाई करती थी। मोबाइल और सोशल मीडिया से कोई लगाव नहीं था, इसलिए ध्यान केंद्रित रहा।”

पिता बोले – डर था कहीं पढ़ाई के बोझ से पागल न हो जाए बेटी

प्रियल के पिता ने बताया कि उनकी बेटी इतनी मेहनत करती थी कि उन्हें डर लगता था:

“रात-रात भर पढ़ती थी। मैं मना करता था कि इतनी मेहनत मत करो, कहीं मानसिक तनाव न हो जाए। लेकिन आज जब बेटी ने प्रदेश टॉप किया है, तो मेरी आंखें नम हैं और दिल गर्व से भरा हुआ है।”

विद्यालय में बंधी मिठाइयों की मिठास

विद्यालय प्राचार्य फूलचंद साकेत ने बताया कि परिणाम आने के बाद विद्यालय में उत्सव जैसा माहौल बन गया। प्रियल को विद्यालय बुलाया गया, और शिक्षकों व स्टाफ ने मिठाइयां खिलाकर बधाई दी। उन्होंने बताया कि प्रियल न केवल खुद पढ़ती थी, बल्कि अन्य बच्चों को भी प्रेरित करती थी।

जिले का पिछला प्रदर्शन

  • 2023-24 में कक्षा 12वीं का परिणाम: 63.48%

  • कक्षा 10वीं का परिणाम: 55%

  • 2025 का समग्र परिणाम बोर्ड द्वारा जल्द जारी किया जाएगा।

प्रियल द्विवेदी की यह सफलता सिर्फ व्यक्तिगत नहीं है, यह उन सभी छात्राओं के लिए प्रेरणा है जो बड़े सपने देखती हैं। मेहनत, अनुशासन और माता-पिता के समर्थन से कैसे एक सामान्य छात्रा प्रदेश की टॉपर बन सकती है, यह प्रियल ने साबित कर दिया।

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