Akshaya Tritiya 2025: जानिए सोने के अलावा ये 5 चीजें खरीदने का शुभ महत्व

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Akshaya Tritiya 2025: जानिए सोने के अलावा ये 5 चीजें खरीदने का शुभ महत्व

Akshaya Tritiya 2025: जानिए सोने के अलावा ये 5 चीजें खरीदने का शुभ महत्व

नई दिल्ली: अक्षय तृतीया, जिसे ‘अक्षय तीज’ भी कहा जाता है, हिंदू धर्म में अत्यंत शुभ तिथि मानी जाती है। इस दिन का महत्व इसलिए भी खास है क्योंकि ‘अक्षय’ का अर्थ होता है – जो कभी क्षय न हो। इस दिन किए गए शुभ कार्यों, दान और खरीदारी का फल अनंत और चिरस्थायी माना जाता है।

इस वर्ष अक्षय तृतीया 30 अप्रैल 2025 को मनाई जाएगी। परंपरागत रूप से, लोग इस दिन सोने या चांदी के आभूषण खरीदते हैं ताकि घर में सुख-समृद्धि बनी रहे। मगर इस बार सोने के दाम 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के पार चले जाने से आम आदमी के लिए सोना खरीदना मुश्किल हो गया है।

लेकिन चिंता की कोई बात नहीं! अगर आप भी अक्षय तृतीया पर शुभ फल चाहते हैं, तो हम आपको बता रहे हैं 5 ऐसी चीजें जिन्हें खरीदकर आप सोने के समान ही पुण्य और समृद्धि पा सकते हैं। आइए जानें:

  1. रुई – शुद्धता और लक्ष्मी का स्थायी वास

अक्षय तृतीया के दिन रुई खरीदने का विशेष महत्व है।

रुई को सात्विकता और पवित्रता का प्रतीक माना गया है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन रुई लाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में स्थायी सुख-समृद्धि का वास होता है।

विशेषत: रुई से बनी बत्तियों का उपयोग घर के मंदिर में दीप जलाने में करने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और दरिद्रता दूर होती है।

टिप्स: लाई गई रुई को अनाज के भंडार या तिजोरी में रखें। इससे वहां कभी भी अन्न और धन की कमी नहीं होगी।

  1. सेंधा नमक – नकारात्मकता का नाशक

सेंधा नमक न केवल आयुर्वेदिक दृष्टि से शुद्ध है, बल्कि वास्तुशास्त्र में भी इसे शक्तिशाली माना गया है।

अक्षय तृतीया के दिन सेंधा नमक खरीदकर घर लाने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और सकारात्मकता का संचार होता है।

यह आर्थिक परेशानियों, कर्ज और दुर्भाग्य को दूर करने का भी एक कारगर उपाय है।

टिप्स: सेंधा नमक को एक कटोरी में भरकर घर के उत्तर-पूर्व दिशा में रखें, इससे सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।

  1. मिट्टी के बर्तन – पृथ्वी तत्व का आशीर्वाद

मिट्टी को पृथ्वी माता का प्रतीक माना गया है।

अक्षय तृतीया पर मिट्टी के बर्तन खरीदना धरती माता का सम्मान करने जैसा है, जिससे जीवन में स्थायित्व और सुख-शांति आती है।

पुराणों में उल्लेख है कि इस दिन मिट्टी के बर्तन में अन्न, जल, गुड़ या दाल भरकर गरीबों, ब्राह्मणों या कन्याओं को दान करना सात जन्मों तक पुण्य देता है।

टिप्स: मिट्टी के बर्तन को पूजा स्थान में रखें या उसमें ताजा जल भरकर भगवान को अर्पित करें।

  1. जौ – अक्षय धन का प्रतीक

जौ को वैदिक काल से ही अत्यंत पवित्र अनाज माना गया है।

अक्षय तृतीया पर जौ खरीदना और भगवान विष्णु को अर्पित करना घर में स्थायी लक्ष्मी और बरकत का प्रतीक माना जाता है।

जौ का संबंध न केवल अन्न-धन से है, बल्कि यह सुख-शांति और सौभाग्य का भी प्रतिनिधित्व करता है।

टिप्स: जौ को घर के पूजा स्थल में रखें और विशेष अवसरों पर उसका उपयोग पूजा में करें।

  1. कौड़ी – धनवृद्धि का शक्तिशाली उपाय

कौड़ी को देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है।

अक्षय तृतीया पर कौड़ी खरीदकर पूजा स्थल, तिजोरी या अनाज के डिब्बों में रखने से घर में धन-धान्य की वृद्धि होती है।

वैदिक मान्यताओं के अनुसार, कौड़ी घर में रखने से आर्थिक संकट नहीं आते और मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बनी रहती है।

टिप्स: 11 या 21 कौड़ियों को पीले कपड़े में बांधकर पूजा स्थल या तिजोरी में रखें।

क्यों जरूरी है इस अक्षय तृतीया पर इन चीजों को लाना?

आज के समय में जब महंगाई ने सोना-चांदी आम जनता की पहुंच से दूर कर दिया है, ऐसे में इन पारंपरिक, सस्ती और शुभ चीजों को लाकर भी हम अक्षय तृतीया का वास्तविक महत्व बनाए रख सकते हैं।

याद रखिए, अक्षय तृतीया केवल भौतिक संपत्ति का नहीं, बल्कि आध्यात्मिक समृद्धि और शुद्धता का भी पर्व है।

जो इस दिन श्रद्धा से पुण्य कर्म करता है, उसके जीवन में कभी भी अभाव नहीं आता।

यदि इस बार सोना खरीदना संभव न हो तो उदास होने की जरूरत नहीं है।

रुई, सेंधा नमक, मिट्टी के बर्तन, जौ और कौड़ी जैसी चीजों को खरीदकर भी आप अक्षय तृतीया का पुण्य पा सकते हैं और अपने घर में सुख-समृद्धि, सौभाग्य और धनवृद्धि का आशीर्वाद ला सकते हैं।

इस अक्षय तृतीया पर स्वर्ण समान पुण्य प्राप्त करें, श्रद्धा और विश्वास के साथ!

“इस अक्षय तृतीया पर अपने और अपनों के घर में समृद्धि का दीप जलाएं।

अगर आप भी इन पवित्र वस्तुओं को लाकर अक्षय फल पाना चाहते हैं, तो इस जानकारी को अपने दोस्तों और परिवारजनों के साथ शेयर करना न भूलें।

अक्षय तृतीया की आपको ढेरों शुभकामनाएं!”

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