World Alzheimers Day 2025: जानें 3 बीमारियां जो याददाश्त को कमजोर बनाती हैं
World Alzheimers Day 2025: हर साल 21 सितंबर को पूरी दुनिया में ‘विश्व अल्जाइमर दिवस’ (World Alzheimer’s Day) मनाया जाता है। इस दिन का मकसद लोगों को अल्जाइमर और उससे जुड़ी बीमारियों के बारे में जागरूक करना है।
अल्जाइमर एक ऐसी बीमारी है जो इंसान के सोचने-समझने की क्षमता, याददाश्त और रोजमर्रा के कामों को प्रभावित करती है। वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार खराब जीवनशैली और कुछ रोग मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालकर अल्जाइमर जैसी गंभीर बीमारियों को न्योता दे सकते हैं।
तीन प्रमुख बीमारियां जो बनाती हैं आपको अल्जाइमर का शिकार
1. मोटापा (Obesity)
मोटे लोगों में खासकर पेट के आसपास जमा चर्बी, शरीर में क्रॉनिक इंफ्लेमेशन पैदा करती है। यह सूजन धीरे-धीरे दिमाग की नसों को भी नुकसान पहुंचाती है।
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हार्मोनल बदलाव मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को कमजोर कर सकते हैं।
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लक्षण धीरे-धीरे प्रकट होते हैं, इसलिए सावधानी जल्दी शुरू करना जरूरी है।
2. डायबिटीज (Diabetes)
लंबे समय तक शुगर लेवल कंट्रोल में न रहने से दिमाग को सही मात्रा में ऊर्जा नहीं मिलती।
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ब्रेन की कोशिकाएं सुस्त पड़ जाती हैं।
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सोचने और याद रखने की क्षमता कम होती है।
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वैज्ञानिक इसे Type-3 Diabetes भी कहते हैं, क्योंकि यह दिमाग को अंदर से नुकसान पहुंचाता है।
3. हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure)
हाई ब्लड प्रेशर सिर्फ दिल की बीमारी नहीं, बल्कि दिमाग पर भी गंभीर असर डालता है।
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लगातार बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर ब्रेन की नसों पर दबाव डालता है।
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दिमाग तक खून और ऑक्सीजन सही तरीके से नहीं पहुंच पाता।
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लंबे समय तक बनी स्थिति से अल्जाइमर और डिमेंशिया का खतरा बढ़ जाता है।
विश्व अल्जाइमर दिवस का उद्देश्य लोगों को जागरूक करना और समय पर सावधानी अपनाने की प्रेरणा देना है। मोटापा, डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों का इलाज और नियंत्रण समय रहते किया जाए, तो याददाश्त और मस्तिष्क की क्षमता को सुरक्षित रखा जा सकता है।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य स्वास्थ्य ज्ञान पर आधारित है। किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें। Lifeofindian.in इसकी पुष्टि नहीं करता।
